- कानपुर के पास हुई मुठभेड़ में मारा गया हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे
- उज्जैन से लाया जा रहा था विकास, कानपुर के पास एटीएस की गाड़ी पलटी
- पुलिस का कहना है कि हथियार छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था विकास
Vikas Dubey encounter: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। इस घटना से जुड़े करीबी सूत्रों का कहना है कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया और मुठभेड़ शुरू हुई। बिकरू गांव में दो जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद विकास यादव फरार चल रहा था। मध्य प्रदेश पुलिस ने इस शातिर अपराधी को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गुरुवार को गिरफ्तार किया। यूपी एटीएस विकास को लेकर गुरुवार रात कानपुर के लिए रवाना हुई।
पुलिस ने इस बारे में आधिकारिक रूप से कहा है कि उज्जैन से लाए जाते समय काफिले की एक गाड़ी कानपुर के पास पलट गई। इस हादसे के बाद विकास ने पुलिसकर्मी का हाथियार छीनकर भाग गया जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई और इस मुठभेड़ में वह घायल हुआ। घायल अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया। समाचार एजेंसी एएनआई का कहना है कि मुठभेड़ में विकास दुबे मारा गया है। इसकी पुष्टि पुलिस ने कर दी है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा-आत्मरक्षा में पुलिस ने चलाई गोली
कानपुर पश्चिम के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा कि विकास ने घटनास्थल से पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि विकास ने पुलिस टीम पर गोलीबारी करनी शुरू की जिसके बाद पुलिस ने अपने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं जिसमें वह घायल हुआ।
विकास की उज्जैन में हुई गिरफ्तारी
इस हत्याकांड के बाद विकास और उसके साथियों को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस की करीब 60 टीमें लगी हुई थीं। विकास के सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित था। उज्जैन में गिरफ्तार किए जाने से पहले उसे हरियाणा के फरीदाबाद में देखे जाने की बात कही गई। इसके अगले दिन वह उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तार हुआ। विकास के उज्जैन पहुंचने पर भी सवाल उठे हैं।
लखनऊ की कार उज्जैन में बरामद
उज्जैन में लखनऊ के रजिस्ट्रेशन वाली एक कार बरामद हुई है। इस कार पर हाई कोर्ट का स्टीकर लगा है। समझा जाता है कि इस कार के जरिए विकास को मध्य प्रदेश में दाखिल कराया गया। महाकाल मंदिर के लॉकर से एक बैग बरामद हुआ। बताया गया कि यह बैग विकास का है। जांच में यह बात सामने आई है कि गैंगस्टर उज्जैन में एक शराब कारोबारी के घर पर छिपा हुआ था।
दो जुलाई को बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या
गत दो जुलाई को बिकरू गांव में विकास एवं उसके सहयोगियों ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। इसके बाद यूपी पुलिस उसका सरगर्मी से तलाश कर रही थी। एनकाउंटर में विकास के अलावा उसके छह साथी मारे गए हैं। पुलिस की इस रेड की जानकारी विकास को पहले ही मिल गई थी जिसके बाद वह अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमले की साजिश रची।