नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के बाहर सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की गाड़ी के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की हालांकि पुलिस ने समय रहते उसे बचा लिया महिला का आरोप है कि पूर्व राज्य मंत्री फतेह बहादुर सिंह का आरोपी बेटा और सपा नेता राजोल सिंह उर्फ अरुण सिंह कहता है कि वह उसकी बेटी को एक हफ्ते में छोड़ देगा मगर अभी तक ऐसा नहीं हुआ।
गौर हो कि उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली महिला ने कोतवाली में एक तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था इसमें महिला ने बताया था कि 8 दिसंबर 2021 को उसकी बेटी का अपहरण करने के साथ ही मारपीट भी की गई थी पुलिस ने अपहरण सहित एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया मगर इतना टाइम बीत जाने के बाद भी पुलिस महिला रीता देवी की बेटी को बरामद नहीं कर सकी है।
अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे आत्महत्या के लिए कूदी महिला ने बताया कि वह कई बार मदद की गुहार लगा चुकी है मगर पुलिस मदद नहीं कर रही है।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह उर्फ अरुण सिंह ने उसकी बेटी को अगवा कर लिया है, डेढ़ महीने से हम सब जगह जा रहे है, लेकिन हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।