नई दिल्ली : आतंकवादियों को अपने साथ लेकर ले जाते हुए गिरफ्तार किए गए दविंदर सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसकी आतंकवादियों से 12 लाख रुपए की डील हुई थी। आतंकियों को जम्मू और फिर चंडीगढ़ से नई दिल्ली तक पहुंचाने के लिए उसे 12 लाख रुपए मिले थे। उप पुलिस अधीक्षक दविंदर सिंह को 11 जनवरी को कुलगाम में हिजबुल के दो आतंकवादियों और एक ओवरग्राउंड वर्कर के साथ गिरफ्तार किया गया था।
खुफिया सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों ने गणतंत्र दिवस पर हमले करने की योजना बनाई थी। DSP को सोमवार को निलंबित कर दिया गया और उसके सभी पुरस्कारों को छीन लिए जाने की संभावना है, जिसमें आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी शामिल है।
कांग्रेस ने दविंदर सिंह को लेकर सवाल किया कि संसद और पुलवामा में हुए हमलों में इस अधिकारी की क्या भूमिका थी तथा क्या वह एक बड़ी साजिश का प्यादा भर है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ' दविंदर सिंह कौन है? 2001 के संसद हमले में उसकी क्या भूमिका थी? पुलवामा हमले में उसकी क्या भूमिका थी जहां वह पुलिस उपाधीक्षक था? क्या वह हिज्बुल आतंकियों को खुद लेकर जा रहा था या सिर्फ एक प्यादा है तथा बड़े साजिकशकर्ता कहीं और हैं? क्या एक बड़ी साजिश है?'
कश्मीर पुलिस के महानिरीक्षक (IG) विजय कुमार ने कहा था कि यह घृणित अपराध है और दविंदर सिंह के साथ आतंकवादियों जैसा ही सलूक किया जा रहा है और सभी सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त रूप से उससे पूछताछ कर रही हैं।