- फर्रुखाबाद स्थित जेल में कैदियों ने रविवार को जमकर हंगामा किया
- जेल में बंद डेंगू से पीड़ित एक कैदी की मौत के बाद बवाल शुरू हुआ
- कैदियोंं को शांत करने के लिए यहां अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी
फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद स्थित जिला जेल में रविवार को उस वक्त बवाल हो गया, जब एक कैदी की मौत के बाद अन्य कैदियों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कैदियों को रोकने का प्रयास किया गया तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने जेल परिसर के भीतर स्थित अस्पताल को भी आग लगा दी। वे छतों पर चढ़ गए और वहां से पथराव किया, जिसमें 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
फर्रुखाबद के फतेहगढ़ स्थित जेल में जिस कैदी की मौत हुई है, वह डेंगू से पीड़ित था। कैदियों ने पहले तो इसे कोविड का मसला बताकर जेल में अफवाह फैलाकर हंगामा शुरू कर दिया और फिर जमकर बवाल काटा। कैदियों ने डिप्टी जेलर को बंधक भी बना लिया और जेल परिसर में आगजनी की घटना को अंजाम दिया। हंगामा बैरक नंबर 2 और 9 से शुरू हुआ और देखते ही देखते कैदियों ने मुख्य द्वार पर कब्जा कर दिया। कैदी जेल में छतों के ऊपर और बाउंड्री पर चढ़ गए।
30 पुलिसकर्मी हुए घायल
कैदियों ने जेल परिसर के भीतर अस्पताल के रूम में आग लगा दी, जिस पर दमकल विभाग की मदद से तुरंत काबू पा लिया गया। कैदियों ने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए और जेल परिसर में अन्य स्थानों पर भी क्षति पहुंचाई। कैदियों के उपद्रव में 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात इतने बिगड़ गए कि अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी। फोर्स जब यहां पहुंची तो मुख्य द्वार पर कैदियों का कब्जा था। उन्हें भीतर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया और फिर हंगामे पर काबू पा लिया गया।
जेल के डीजी आनंद कुमार के मुताबिक, एक कैदी की तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्तपाल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे सैफई के अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। वहां शनिवार रात करीब 8 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह कैदी बैरक नंबर 9 में बंद था। रविवार सुबह इसे लेकर कैदियों ने बवाल शुरू कर दिया। जेल परिसर के भीतर जो भी कंकड़-पत्थर था, उससे उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस व PAC की मदद से हंगामा शांत किया गया।