- दिल्ली के रानी झांसी मार्ग स्थित इमारत में लगी आग में 43 लोगों की हुई मौत
- अवैध तरीके से इमारत में चल रही थी फैक्टरी, मृतक ज्यादातर यूपी-बिहार के
- मुख्यमंत्री केजरीवाल ने घटना की जांच के आदेश दिए, अस्पतालों में घायलों से मिले
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के रानी झांसी मार्ग स्थित अनाज मंडी की एक इमारत में रविवार सुबह लगी आग में कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए। इस घटना को दिल्ली को दूसरा सबसे बड़ा अग्निकांड बताया जा रहा है जिसमें इतने बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इमारत में फैक्टरी अवैध तरीके से चलाई जा रही थी और यहां काम करने वाले ज्यादातर मजदूर यूपी और बिहार से थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आग की इस घटना की जांच का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। अनाज मंडी के जिस स्थान पर इमारत स्थित है उसके आस-पास रास्ते काफी संकरे हैं जिसके चलते दमकल विभाग को घटनास्थल पर पहुंचने और राहत एवं बचाव कार्य चलाने में देरी हुई। दिल्ली की इस घटना ने विगत वर्षों में हुए अग्निकांड की याद ताजा कर दी है। आइए जानते हैं कि पिछले वर्षों में दिल्ली में हुई आग की घटनाओं के बारे में-
- फरवरी 2019 : मध्य दिल्ली के करोल बाग स्थित एक होटल में आग लगी। आग की इस घटना में 17 लोगों की मौत हो गई जबकि आठ अन्य घायल हुए।
- नवंबर 2018 : करोल बाग स्थित एक फैक्टरी में आग लगी। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई।
- मई 2018 : दिल्ली के मालवीय नगर स्थित एक गोदाम में भीषण आग लगी। आग इतनी भीषण थी कि इसे बुझाने में हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करना पड़ा। हालांकि, इस हादसे में किसी की जान नहीं गई।
- अप्रैल 2018 : उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित कोहट इन्कलेव में लगी आग में दो नाबालिग सहित परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
- जनवरी 2018 : बाहरी दिल्ली के बवाना में स्थित एक पटाखा फैक्टरी में आग लगी। इस घटना में सात महिलाएं सहित 17 लोगों की मौत हुई।
- नवंबर 2011 : उत्तर-पूर्व दिल्ली के नंद नगरी स्थित सामूदायिक केंद्र में आग लगी। आग लगने की इस घटना में 14 लोगों की मौत हुई जबकि 30 लोग घायल हुए।
- जून 1997 : ग्रीन पार्क स्थित उपहार सिनेमा में आग लगी। इस घटना में 59 लोगों की मौत हुई और करीब 100 लोग घायल हुए। यहां ज्यादातर मौतें भगदड़ से हुईं।