- दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले अस्पताल दिल्ली वालों के लिए आरक्षित
- केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी जगह के लोग इलाज करा सकेंगे
- जब तक कोरोना है तब तक के लिए दिल्ली में ये व्यवस्था की गई है
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पताल दिल्ली वालों के लिए आरक्षित रहेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के अस्पताल सभी देशवासियों के लिए खुले रहेंगे। कुछ निजी अस्पताल ऐसे हैं जो खास किस्म की सर्जरी करते हैं जो सर्जरी बाकी देशभर में उपलब्ध नहीं है। ऐसे अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कैबिनेट मीटिंग में कमेटी और लोगों के सुझाव के अनुसार ये फैसला लिया है कि कल दिल्ली के बॉर्डर खोल दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कल यानी 8 जून से दिल्ली में सभी रेस्तरां, मॉल और पूजा स्थल खुलेंगे। हालांकि दिल्ली में होटल और बैंक्वेट हॉल बंद रहेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले हफ्ते हमने दिल्ली के लोगों को पूछा था कि क्या दिल्ली के अस्पताल सभी राज्य के लिए खुलने चाहिए? 90 % लोगो का कहना है कि जब तक कोरोना है तब तक दिल्ली के अस्पताल दिल्ली के लोगों के लिए ही आरक्षित होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के 10,000 बेड हैं, केंद्र सरकार के भी 10,000 बेड हैं। कैबिनेट ने ये फैसला लिया है कि दिल्ली के अस्पताल केवल दिल्ली के लोगों के लिए रिजर्व होने चााहिए, केंद्र सरकार के अस्पताल सबके लिए खुले रहेंगे। केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली सरकार केंद्र के आदेश के मुताबिक कल से दिल्ली में मॉल्स, रेस्टोरेंट, धार्मिक स्थल खोलने जा रही है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है। दिल्ली में होटल, बैंक्वेट हॉल को अभी नहीं खोला जा रहा है क्योंकि हो सकता है कि आने वाले वक्त में हमें इन्हें अस्पताल में बदलना पड़े।'
दिल्ली के सीएम ने कहा, 'एहतियाती उपाय के रूप में बुजुर्ग लोगों को अपने परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों, विशेषकर बच्चों के साथ न्यूनतम बातचीत करनी चाहिए, क्योंकि वरिष्ठ नागरिक कोविड 19 के लिए सबसे कमजोर हैं। कोशिश करें और अपने घर के एक कमरे में रहें।'