- दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़कर 27,500 से ज्यादा हो गए हैं
- दिल्ली में इस महामारी से अब तक कुल 761 लोगों की मौत हो गई है
- समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है, जिसमें कुछ सिफारिशें भी की गई हैं
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति द्वारा किए गए आकलन के अनुसार जून के अंत तक दिल्ली में कम से कम एक लाख कोरोना वायरस के मामले सामने आने की संभावना है। इस आकलन के आधार पर समिति ने सरकार से राष्ट्रीय राजधानी में मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 15,000 बेड की व्यवस्था करने को कहा है।
कमेटी के अध्यक्ष डॉ. महेश वर्मा ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, 'हमने अहमदाबाद, मुंबई और चेन्नई जैसे अन्य शहरों के ट्रेंड्स का अध्ययन किया है। हमारी गणना के अनुसार, जून के अंत तक दिल्ली में एक लाख से अधिक मामले हो सकते हैं। हमने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है और सिफारिश की है कि वो 15,000 अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था करे। हम चाहते हैं कि कोई भी मरीज परेशान न हो। हम वायरस से निपटने के लिए तैयार हो रहे हैं।'
वर्मा ने कहा कि इन बेड को होटल, अस्थायी कोविड ट्रीटमेंट फैसिलिटी आदि में रखा जा सकता है, लेकिन वहां ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति होनी चाहिए।
15 जुलाई तक 42,000 बिस्तरों की आवश्यकता
एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'दिल्ली में मामले दोगुने होने की दर 15 दिन है। हमारे अनुमानों के आधार पर, मामलों की संख्या में वृद्धि होगी। लगभग 25 प्रतिशत रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होगी। अधिकांश रोगियों में 'हाइपोक्सिया' की चिकित्सीय स्थिति होगी और 5 प्रतिशत को वेंटिलेटर की आवश्यकता होगी। इसलिए, हमने सरकार को मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की अधिकतम सुविधा की व्यवस्था करने की सलाह दी है।' हाइपोक्सिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर या शरीर का एक क्षेत्र ऊतक स्तर पर पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति से वंचित होता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को 15 जुलाई तक लगभग 42,000 बिस्तरों की आवश्यकता होगी।
कोरोना मामले 27 हजार से ज्यादा
2 मई को आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने दिल्ली में कोविड-19 प्रबंधन के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था। दिल्ली में अस्पतालों की समग्र तैयारियों को देखना, राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के बेहतर प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में बढ़ोतरी और सुदृढ़ीकरण की आवश्यकताओं को देखना आदि इस समिति का काम है। दिल्ली में कोरोना के मामले 27,500 से ज्यादा हो गए हैं और अब तक कुल 761 लोगों की मौत हुई है।