नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुख्मयंत्री अरविंद केजरीवाल ने जहां केंद्र सरकार से एक बार फिर अपील की कि वह वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित 45 साल या इससे अधिक की उम्र की सीमा समाप्त कर दे, वहीं लोगों से भी अपील की कि वे अस्पताल जाने से पहले एप पर जरूर देख लें कि वहां बिस्तरों की उपलब्धता है या नहीं।
सीएम केजरीवाल ने रविवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में 65 प्रतिशत से अधिक मरीज 45 साल से कम उम्र के हैं, जबकि वैक्सीनेशन उन्हीं लोगों का हो रहा है, जो 45 साल या इससे अधिक की उम्र के हैं। ऐसे में कोरोना कैसे रुकेगा? कोरोना का चक्र तभी टूटेगा, जब व्यापक पैमाने पर टीकाकरण होगा। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ने बहुत पाबंदियां लगा रखी हैं। मेरा केंद्र से निवेदन है कि वो पाबंदियां हटा दें।'
'नवंबर से भी खतरनाक स्थिति'
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार लोगों के टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर अभियान चलाने के लिए तैयार है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि वैक्सीनेशन के लिए जो उम्र सीमा तय की गई है, वह समाप्त हो। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती, लेकिन शनिवार को हालात की गंभीरता के बीच मजबूरी में कुछ पाबंदियों का ऐलान किया गया। इस वक्त का पीक नवंबर से भी खतरनाक है।
उन्होंने लोगों से कहा कि वे अस्पताल जाने से पहले एप पर देख लें कि वहां बिस्तरों की उपलब्धता है या नहीं। सीएम ने कहा, 'केवल इमरजेंसी में ही अस्पताल में भर्ती हों। मैं लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन अस्पतालों में बिस्तरों की कमी और अस्तपाल प्रबंधन की विफलता की स्थिति में हमारे पास कोई विकल्प नहीं रह जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'दिल्ली में पिछले 10-15 दिन में कोरोना बहुत तेजी से बढ़ा है, दिल्ली में कोरोना की ये चौथी वेव है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 10,732 केस आए हैं, स्थिति बहुत चिंताजनक है। मैं स्थिति पर नजर रखे हुए हूं और जो करने की जरूरत है हम वो सब कर रहे हैं।'