नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजे आने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि दिल्ली की जनता का जनादेश को मैं सर माथे रखता हूं। अरविंद केजरीवाल को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि हम अपनी हार की समीक्षा करेंगे। मैं अपने कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करने के लिए धन्यवाद देता हूं। कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की। हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। जब आपके मन के हिसाब से नतीजे नहीं आते हैं तो निराशा होती है। हालांकि बीजेपी को 2015 के अपेक्षा इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ा है। हम अपने सभी कार्यकर्ताओं को कहना चाहूंगा कि निराश होने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में नए युग की शुरुआत देखा गया है। दो दलों के बीच ही मुकाबला होता है। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस लुप्तप्राय हो गई है। केजरीवाल को नसीहत देते हुए कहा कि हम आशा करेंगे कि वे दिल्ली का काम करेंगे। हम सबका साथ और सबका विकास की राजनीति करते हैं। हम नफरत की राजनीति नहीं करते हैं।
अपने ट्वीट पर उन्होंने कहा कि जब तक नतीजे नहीं आते हैं तब तक हार नहीं मान सकते हैं। किसी को मानना भी नहीं चाहिए। तिवारी ने दावा किया था कि उनकी पार्टी दिल्ली में 45 से अधिक सीटें जीत कर सरकार बनाएगी। साथ ही उन्होंने हम नफरत की राजनीति नहीं करते हैं, हम 'सबका साथ सबका विकास' की राजनीति करते हैं। चुनावों के दौरान बहुत सी बातें कही जाती हैं लेकिन हम कभी नहीं चाहते थे कि सड़कों को 60 दिनों तक अवरुद्ध होना चाहिए। हमने उसका कल विरोध किया था, आज भी हम उसका विरोध कर रहे हैं।
दिल्ली में 70 सीटों पर आठ फरवरी को हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी 63 सीटों पर जीतती हुई नजर आ रही है। जबकि बीजेपी सिर्फ 07 सीटों पर जीत सकती है।