नई दिल्ली : दिल्ली सरकार की ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा’ योजना को ट्रेनों की अनुपलब्धता के कारण कुछ समय के लिए स्थगित किया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह योजना की बहाली के लिए केंद्र से बात करेंगे। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने सरकार को ट्रेन उपलब्ध करा पाने की अपनी अक्षमता के बारे में अवगत करा दिया है, इस कारण ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा’ को स्थगित कर दिया गया है। सिसोदिया ने कहा कि ऐसे में ट्रेनों के उपलब्ध होने या कुछ और वैकल्पिक इंतजाम होने तक योजना स्थगित रहेगी। इस योजना के तहत दिल्ली सरकार वरिष्ठ नागरिकों को 12 धार्मिक परिक्षेत्रों में मुफ्त तीर्थयात्रा की सुविधा प्रदान करती है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा रुकनी नहीं चाहिए। तीर्थ यात्रा से बुजुर्ग बहुत खुश हैं। जिनकी टिकट बन गयी थी और अब ट्रेन कैन्सल हो गयी, वो कितने दुखी होंगे। आप लोग निराश ना हों। मैं केंद्र सरकार से बात करके हर हालत में इसको दोबारा शुरू करवाऊंगा। हो सकता है थोड़ा वक्त लग जाए।
सिसोदिया ने कहा कि आईआरसीटीसी ने दिल्ली सरकार को भेजे पत्र में बताया है कि इस योजना के तहत प्रस्तावित रेलगाड़ियों को रेलवे द्वारा यात्री डिब्बों की अनुपलब्धता के कारण 10 दिसंबर से रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं रेल मंत्री पीयूष गोयल और आईआरसीटीसी अधिकारियों से मिलूंगा और योजना के लिए रेलगाड़ियों की अनुपलब्धता के मुद्दे का समाधान करने की कोशिश करूंगा। सिसोदिया ने कहा कि इस बीच सरकार योजना के तहत छोटी दूरी की यात्रा को बस से कराने की कोशिश करेगी।
दिल्ली सरकार और आईआरसीटीसी की योजना के मुताबिक 10 दिसंबर 2019 से 28 जनवरी 2020 तक 30 रेलगाड़ियां चलनी थीं। इन तीर्थ यात्राओं में 12 रामेश्वरम के लिए और छह द्वारिकाधीश के लिए थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना भारतीय रेलवे के सहयोग से अच्छी तरह चल रही थी। हमें उम्मीद है कि यह अप्रत्याशित कठिनाई जल्द दूर हो जाएगी। इस योजना की शुरुआत 12 जुलाई को हुई थी और अब तक इसके तहत 32,828 बुजुर्ग व्यक्ति तीर्थ यात्रा कर चुके हैं।