- देशभर में लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त हो रहा है
- आगे कितनी छूट मिले, इस पर दिल्ली में लोगों से सुझाव मांगे गए थे
- दिल्ली में 5 लाख से अधिक लोगों ने इस बाबत अपने सुझाव दिए हैं
नई दिल्ली : देशभर में लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही संकेत दिए हैं कि इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसका प्रारूप पहले के लॉकडाउन की तरह नहीं होगा, बल्कि इसमें लोगों को और छूट दी जा सकती है। इस बीच दिल्ली में 17 मई के बाद कितनी छूट मिले, इसे लेकर सरकार ने गहन विचार-विमर्श किया है, जिसके आधार पर बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में सरकार मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स ऑड-ईवन की तर्ज पर खोलने का विचार कर रही है।
ऑड-ईवन की तर्ज पर खुलेंगी दुकानें?
दिल्ली में वाहनों के परिचालन को लेकर यह फॉर्मूला अपनाया जा चुका है, जिसे अब लॉकडाउन के संभावित चौथे चरण में दुकानों पर भी लागू किए जाने की बात सामने आ रही है। अगर ऐसा होता है तो राष्ट्रीय राजधानी में मॉल, मार्केट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की आधी दुकानें एक दिन खुलेंगी, जबकि आधी अन्य दुकानें दूसरे दिन खुलेंगी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका जिक्र किया था कि दिल्ली की पांच लाख से अधिक जनता ने इसे लेकर अपने सुझाव दिए हैं कि यहां आगे कितनी छूट दी जाए। इनमें से कुछ लोगों ने मॉल में कुछ दुकानें खोलने की बात भी कही है।
केंद्र ने राज्यों से मांगा था सुझाव
बताया जा रहा है कि लोगों के सुझाव के आधार पर दिल्ली सरकार ने इसे लेकर प्रस्ताव तैयार कर लिया है कि 17 मई के बाद यहां कितनी ढिलाई बरती जाएगी और इस बाबत केंद्र को प्रस्ताव भेज भी दिया है। यहां उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस बाबत सुझाव मांगे थे कि अगर 17 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाया जाता है तो उसका प्रारूप क्या होगा, वे इस बारे में 15 मई तक अपने सुझाव दे दें। इसके बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से इस बारे में सुझाव मांगे थे।
दिल्लीवासियों ने दिए सुझाव
सीएम केजरीवाल ने बुधवार को बताया कि दिल्ली की जनता ने फोन, वॉट्सऐप और ईमेल के जरिये जो सुझाव दिए हैं, उसमें उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए बस, मेट्रो, ऑटो और टैक्सी चलाए जाने की बात कही है। अधिकांश लोगों ने स्कूल व शैक्षणिक संस्थानों को गर्मी की छुट्टियों तक बंद रखने के सुझाव दिए हैं। वे दिल्ली में सैलून, रेस्टोरेंट, सिनेमाहॉल भी अभी खोलने के पक्ष में नहीं हैं।