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Delhi News: दिल्‍ली में आवारा कुत्‍ते नहीं करेंगे परेशान, बस करें इस एप पर शिकायत, तुरंत होगा समस्या का समाधान

Updated Aug 24, 2022 | 23:12 IST

Delhi News: दिल्‍ली में बढ़ते आवारा कुत्‍तों की आबादी पर लगाम लगाने के लिए एमसीडी ने ‘एमसीडी एप 311’ के नाम से एक खास एप लॉन्‍च किया है। इस पर कोई भी व्‍यक्ति शिकायत दर्ज कर कुत्‍तों की समस्‍या से छुटकारा पा सकता है। शिकायत के तुरंत बाद एमसीडी के कर्मचारी उसे अपने साथ ले जाएंगे।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
आवारा कुत्‍तों की आबादी पर लगाम लगाएगा एमसीडी एप 311
मुख्य बातें
  • कुत्‍तों से छुटकारा पाने के लिए नगर निगम ने लॉन्‍च किया ‘एमसीडी एप 311’
  • शिकायत करने के तुरंत बाद पहुंचेंगी एमसीडी की टीम, कुत्‍ते को ले जाएगी साथ
  • एमसीडी के कर्मचारी कुत्‍तों की बंध्याकरण कर उसे दोबारा से वहीं पर छोड़ देंगे

Delhi News: राजधानी दिल्‍ली में लगातार बढ़ती बेसहारा कुत्तों की आबादी से परेशान लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब इन आवारा कुत्‍तों से छुटकारा पाने के लिए आपको नगर निगम अधिकारियों की मिन्‍नतें नहीं करनी पड़ेंगी। आप घर बैठे शिकायत कर इन कुत्‍तों से छुटकारा पा सकते हैं, दरअसल, दिल्‍ली नगर निगम ने कुत्‍तों की बढ़ती इस आबादी पर लगाम लगाने के लिए एक खास एप शुरू किया है, जिस पर कोई भी इन कुत्‍तों से संबंधित शिकायत कर सकता है।

एमसीडी द्वारा जारी एप गूगल प्‍ले स्‍टोर पर एमसीडी एप 311 के नाम से उपलब्‍ध है। इस एप से आप डायरेक्‍टर शिकायत कर सकते है। लोगों को अब न तो कॉल सेंटर में फोन करने की जरूरत पड़ेगी और न ही एमसीडी दफ्तर के चक्कर काटने पड़ेंगे। बस एक फोटो खींचकर इस एमसीडी 311 मोबाइल एप पर अपलोड करना होगा। इसके बाद एमसीडी के लोग आपकी बताई हुए जगह पर आएंगे और आवारा व बेसहारा कुत्ते को अपने साथ लेकर जाएगी। फिर उसका बंध्याकरण कर शहर में दोबारा छोड़ दिया जाएगा।

खत्म होगी कुत्तों से होने वाली परेशानी

एमसीडी अधिकारियों का दावा है कि, इस एप की मदद से आने वाले वर्षों में बेसहारा कुत्तों से होने वाली परेशानी को राजधानी के अंदर पूरी तरह खत्म करने में काफी मदद मिलेगी। एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, एमसीडी 311 एप पर शिकायत करने के बाद उस बेसहारा कुत्ते को इलाके से ले जाने से लेकर बंध्याकरण और फिर वापस छोड़ने की पूरी स्थिति से शिकायतकर्ता को अपडेट भी एप के द्वारा ही किया जाएगा। इसके अलावा इस एप में कुत्ते के बंध्याकरण संबंधी सभी आंकड़े भी उपलब्‍ध होंगे। अधिकारियों के अनुसार यह एप यह सुनिश्चित करेगा कि सर्जरी के बाद जानवरों को उसी जगह छोड़ा जाए जहां से उठाया गया है। दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार हर साल दिल्ली के अंदर 25 हजार के करीब बेसहारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाता है।

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