- दिल्ली समेत एनसीआर के सभी शहरों में वायु की गुणवत्ता खराब
- क्रिटिकल कैटिगरी में नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम में बहुत खराब श्रेणी में हवा
- दिल्ली में रात में भी में टीमें निर्माण कार्यों पर निगरानी के लिए कर रही हैं गश्त
दिल्ली और एनसीआर के इलाकों पर दोहरी मार पड़ी है। एक तरफ लोग हाड़ कंपाती ठंड का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी तरफ एक बार फिर सांसों पर स्मॉग का पहरा है। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब है। सफर के मुताबिक दिल्ली में एक्यूआई 385 के स्तर पर है जो बहुत खराब श्रेणी में है। इसी तरह से नोएडा में वायु की गुणवत्ता क्रिटिकल कैटिगरी में है। जबकि गुरुग्राम की तस्वीर भी दिल्ली की तरह है। इस समय नोएडा में एक्यूआई 507 और गुरुग्राम में 319 है।
वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने की कवायद
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली के 11 जिलों में निर्माण कार्यों पर निगरानी के लिए अलग से रात्रि गश्ती टीमों का गठन किया गया है। बता दें कि दिल्ली में बीते शनिवार से छठी कक्षा से ऊपर की सभी कक्षाओं को चलाया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि फिलहाल हवा की रफ्तार में कमी आई है और उसका असर वायु की गुणवत्ता पर नजर भी आ रहा है। सरकारों की तरफ से अलग अलग तरह के उपाय किए गए हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को फटकार लगाई गई थी।
इस वजह से दिल्ली में प्रदूषण अधिक
सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च 2017 की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में सबसे ज्यादा वाहनों से 30 फीसदी तक प्रदूषण होता है। उसके बाद बॉयोमॉस से 20 फीसदी, मिट्टी और धूल से 20 फीसदी, उद्योगों से 15 फीसदी, खुले में वेस्ट जलाने से 15 फीसदी, डीजल जेनरेटर से 10 फीसदी तक, पॉवर प्लांट से 5 फीसदी तक और शहर के बाहर से होने वाले प्रदूषण की 30 फीसदी तक हिस्सेदारी है।