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Delhi:'बच्चों' को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए विशेष टास्क फोर्स 

Updated May 19, 2021 | 22:47 IST

Delhi Special Task Force: संभावित तीसरी लहर को लेकर एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। इस टास्क फोर्स में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के अलावा अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।

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प्रतीकात्मक फोटो
मुख्य बातें
  • तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में अधिकतम कितने केस आने की संभावना इस पर विचार किया गया
  • अनुमानित आंकलन के अनुसार बताया कि तीसरी लहर के दौरान करीब 40 हजार बेड्स की जरूरत
  • तय किया गया कि ऑक्सीजन और दवाओं का पहले से ही प्रबंध करना होगा

नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना (Corona) की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए विशेष टास्क फोर्स (Special Task Force) का गठन किया जाएगा। इसके मद्देनजर दिल्ली ने तैयारियां तेज कर दी हैं। बुधवार को दिल्ली सचिवालय में इस संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई।अधिकारियों ने एक अनुमानित आंकलन के अनुसार बताया कि तीसरी लहर के दौरान करीब 40 हजार बेड्स की जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए पहले से ही तैयार रहना होगा। 

इन 40 हजार बेड्स में से करीब 10 हजार आईसीयू बेड्स होने चाहिए। बैठक में इस बात पर विचार किया गया कि तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में अधिकतम कितने केस आने की संभावना है। उसके लिए कितने बेड की आवश्यकता पड़ेगी।

यह टास्क फोर्स बच्चों के उपर कोरोना का क्या असर होगा, उस प्रभाव को कैसे कम किया जा सकेगा और बच्चों को इससे कैसे बचाया जा सकेगा, समेत अन्य पहलुओं पर गौर करेगी और उसके मुताबिक उचित निर्णय लेगी।

ऑक्सीजन और दवाओं के प्रबंधन पर भी विस्तार से चर्चा हुई

जिसमें तय किया गया कि ऑक्सीजन और दवाओं का पहले से ही प्रबंध करना होगा। ऑक्सीजन की आपूर्ति और उसकी उपलब्धता को लेकर प्राथमिकता के आधार पर काम करना होगा।इस बात पर बल दिया गया कि किसी भी हालत में ऑक्सीजन की कालाबाजारी न होने पाए। कालाबाजारी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे, ताकि जरूरतमंद लोगों को आसानी से उपलब्ध हो सके। इस पर निगरानी रखने के लिए अधिकारियों की एक कमेटी बनाई जाएगी।

"दिल्ली सरकार पहले से ही ऑक्सीजन के टैंकर खरीद कर रखेगी"

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर हम बड़े पैमाने पर बेड्स बढ़ाएंगे, तो उसके लिए हमें बड़े मात्रा में ऑक्सीजन की भी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए भी हमें तैयार रहना होगा, ताकि एकाएक ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है, तो उसको पूरा किया जा सके।बैठक में निर्णय लिया गया कि इसके लिए दिल्ली सरकार पहले से ही ऑक्सीजन के टैंकर खरीद कर रखेगी और बड़ी संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर भी खरीदे जाएंगे, ताकि अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने में कोई समस्या न आए।

"ऑक्सीजन के भंडारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए"

सीएम ने यह भी निर्देश दिए कि विभिन्न अस्पतालों में जो ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे हैं, उनको भी समय पर पूरा किया जाए और ऑक्सीजन के भंडारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए, ताकि अगर ऑक्सीजन की जरूरत पड़े, तो उस दौरान भगदड़ की स्थिति न पैदा हो।दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना की मौजूदा दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर के भी आने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर भी पड़ सकता है।

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