नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के नर्सों के हड़ताल पर जाने से वहां भर्ती मरीजों के उपचार में दिक्कत होने लगी है। छठवें वेतन आयोग की विसंगतियां दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार तीन बजे एम्स की नर्सें सामूहिक हड़ताल पर चली गईं। नर्सों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती मरीजों का उपचार उधर में लटक गया है। एम्स नर्स यूनियन के अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि उनका यूनियन एम्स प्रशासन के लिए बातचीत के लिए तैयार है। अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने अपनी हड़ताल के बारे में प्रशासन को पहले बताया था लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
एम्स नर्स यूनियन के अध्यक्ष ने कहा, 'हमारा यूनियन एम्स प्रशासन के साथ बातचीत के लिए तैयार है। मरीजों की हालत के बारे में जानकर हमें बुरा अनुभव हो रहा है लेकिन हम लाचार हैं क्योंकि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं। हमने अपनी हड़ताल के बारे में एक महीने पहले सूचना दी थी लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।'
एम्स में है करीब 2400 बेड्स
नर्सों की हड़ताल समाप्त कराने के लिए सोमवार देर शाम तक अस्पताल प्रशासन एवं नर्स यूनियन के बातचीत चली लेकिन गतिरोध नहीं टूट सका। एम्स में करीब 2400 बेड्स हैं जिनमें से करीब 15 प्रतिशत आईसीयू हैं। नर्सों ने सोमवार को जब हड़ताल की घोषणा की तो उस समय करीब सभी बेड्स पर मरीज थे। डॉक्टरों ने कहा, 'अस्पातल में भर्ती कई मरीजों की हालत गंभीर है। मरीजों को देखभाल करने के लिए कोई नहीं है। यदि यह गतिरोध नहीं टूटा तो कई मरीजों की जान जा सकती है।'
'हड़ताल पर जाने के सिवाय कोई और रास्ता नहीं था'
यूनियन के अध्यक्ष हरीश काजला का कहना है कि नर्स यूनियन अपना वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर अस्पताल के साथ एक साल से अधिक समय से बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भरोसा दिया कि हमारी मांगें पूरी की जाएंगी लेकिन अब उन्होंने इससे इंकार कर दिया। इसके बाद हमारे पास हड़ताल पर जाने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं बचा।
गुलेरिया ने हड़ताल वापस लेने की अपील की
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने एक वीडियो संदेश में महामारी के समय में हड़ताल को ‘अनुपयुक्त एवं दुर्भाग्यपूर्ण’करार दिया है। उन्होंने एक भावुक संदेश में कहा, ‘मैं सभी नर्सों और नर्सिंग अधिकारियों से अपील करता हूं कि वे हड़ताल पर नहीं जाएं और जहां तक नर्सों की बात है उनके संदर्भ में हमारी गरिमा को शर्मिंदा नहीं करें।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं आप सभी से अपील करता हूं कि वापस आएं और काम करें और इस महामारी से निपटने में हमारा सहयोग करें।’