- आरोपी दोस्त को सौंपी थी परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी
- आरोपी ने शनिवार सुबह ही कर दी थी दोनों महिलाओं की हत्या
- पड़ोंसियों की गवाही व मोबाइल जांच से आरोपी तक पहुंची पुलिस
Delhi Crime: दिल्ली के वेलकम इलाके में सास-बहू की हत्या कर लूट मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया गया है। दोनों भाई अपने परिवार, घर और दुकान की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिस दोस्त को सौंप पर घूमने गए थे, उसने ही दोनों महिलाओं को चाकू घोप हत्या कर दी। आरोपित दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पहचान शाहदरा के रहने वाले हर्षित के तौर पर हुई है। यह उन दोनों भाईयों का दोस्त है, जिनकी मां और दादी की हत्या हुई है। दोनों भाई इस पर ही परिवार, घर और अपनी दुकान की सुरक्षा जिम्मेदारी सौंपकर उत्तराखंड घूमने गए थे।
पुलिस ने आरोपित के घर से लूटे गए करीब 24 हजार रुपये और लाखों रुपये कीमत के गहने बरामद कर लिए हैं। इसके साथ ही हत्या में इस्तेमाल की गई चाकू और स्कूटी भी पुलिस ने बरामद की है। वारदात के बारे में पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसपर लाखों रुपये का कर्ज था, जिसे उतारने और आर्थिक तंगी से बाहर निकलने के लिए उसने यह हत्या की थी। पुलिस के अनुसार आरोपित ने दोनों की शनिवार सुबह को ही हत्या कर दी थी, लेकिन इसका पता मंगलवार सुबह चला।
दोनों भाइयों के घर आने पर हुआ खुलासा
इससे पहले पालतू कुत्ते को कमरे में बंद कर दिया था। उत्तर पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सैन ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वेलकम क्षेत्र के सुभाष पार्क निवासी शशांक की चांदनी चौक तिलक बाजार में पूजा सामग्री का कारोबार है। वह अपने छोटे भाई सार्थक और कुछ दोस्तों के साथ 12 अगस्त को उत्तराखंड घूमने गए थे। घर पर उनकी दादी विमला देवी और मां डोली राय अकेली थी। छुट्टियां मनाकर दोनों भाई मंगलवार सुबह जब घर वापस लौटे तो दोनों की हत्या का खुलासा हुआ।
पुलिस ऐसे पहुंची आरोपित तक
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पड़ोसियों से पूछताछ में पता चला कि डोली प्रतिदिन सुबह पालतू कुत्ते को लेकर सैर पर जाती थीं। इसके बाद जब पुलिस ने आसपास लगे कई कैमरों की फुटेज खंगाली, तो पता चला कि वह रविवार को सैर पर नहीं गई। इस दौरान ही कुछ पड़ोसियों ने बताया कि डोली आखिरी बार शनिवार सुबह हर्षित के साथ मंदिर जाते हुए दिखी थीं। इसके बाद पुलिस ने दोंनों मृतकों के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल रिकार्ड खंगाले तो पता चला कि विमला देवी अपनी बहु डोली को प्रतिदिन 15 से 20 बार कॉल करती थी। लेकिन शनिवार सुबह नौ बजे के बाद उनके मोबाइल फोन से कोई नंबर डायल नहीं हुआ। इसके बाद शक के आधार पर पुलिस ने हर्षित को हिरासत में लेकर सख्त पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।