दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में COVID-19 मामलों में भारी उछाल के बीच अस्पतालों की जो तस्वीर सामने आ रही है उसके मुताबिक बताया जा रहा है कि दिल्ली के अधिकांश शीर्ष निजी अस्पतालों (Top Private Hospitals) में वेंटिलेटर वाले ICU बेड पूरी तरह भर गए हैं ये स्थिति थोड़ी चिंता में डालती है गौरतलब है कि कोरोना केस के गंभीर मरीजों को आईसीयू बेड की जरूरत होती है, ऐसे में ये तस्वीर थोड़ा डराने वाली है।
जिस तरीके से यहां कोरोना केस बढ़ रहे है उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना को लेकर इंतजाम कहीं कम ना पड़ जायें, हालांकि दिल्ली सरकार इस बारे में कई अहम कदम उठा रही है, लेकिन जिस तरीके से कोरोना के केस सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए अब ज्यादा इंतजाम करने पड़ेंगे।
गौरतलब है कि संडे को कोरोना वायरस से संक्रमण के 5,664 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही संक्रमित लोगों की कुल संख्या 3.92 लाख से अधिक हो गयी वहीं सकारात्मकता दर बढ़कर लगभग 13 प्रतिशत तक पहुंच गयी वहीं 51 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 6,562 हो गयी।
त्योहारों के मौसम और शहर में बढ़ते प्रदूषण के बीच नगर लगातार पांचवें दिन 5,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं।
पिछले 10 दिनों की औसत मृत्यु दर 0.83 प्रतिशत
इससे पहले शनिवार को 5,062 नए मामले सामने आए थे जबकि शुक्रवार को 5,891 मामले आए थे। वह किसी एक दिन का सबसे उच्च स्तर था। बृहस्पतिवार को 5,739 और बुधवार को 5,673 मामले सामने आए थे।दिल्ली में अब तक कुल 47,25,318 परीक्षण किए गए हैं जो प्रति दस लाख आबादी पर 2.48 लाख परीक्षण है। संडे को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 34,173 रही जिनमें से 20,732 घरों में पृथकवास में हैं। शहर में कंटेटमेंट जोन की संख्या 3,359 है।