- आरोपी शख्स जीएसटी इंस्पेक्टर और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का ओएसडी
- मतदान से पहले आरोपी शख्स 2 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार
- बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को घेरा, सिसोदिया बोले सीबीआई करे कार्रवाई
नई दिल्ली। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए कल यानि 8 फरवरी को करीब एक करोड़ 46 लाख मतदात उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम में कैद कर देंगे। चुनाव प्रचार को शोर कल यानि 6 फरवरी को थम गया लेकिन रात रात होते एक ऐसी खबर ने दस्तक दी जो सियासी लिहाज से अहम थी। भ्रष्टाचार के खिलाफ अलग जगाने वाली आम आदमी पार्टी में नंबर दो और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सवालों के घेरे में आ गये। सीबीआई ने उनके निजी सचिव को दो लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
अब इस मुद्दे पर बीजेपी ने निशाना साधते हुए संबित पात्रा ने कहा कि यही आम आदमी पार्टी का भ्रष्टाचार मुक्त शासन है। डिप्टी सीएम का सचिव ही रिश्वत लेते हुए धरा गया। बीजेपी के इन आरोपों का जवाब देते हुये मनीष सिसोदिया भी सामने आए और कहा कि जो दोषी है उसके खिलाफ सीबीआई सख्त से सख्त कार्रवाई करे।
मनीष सिसोदिया कहते हैं कि उन्हें पता चला है कि जीएसटी इंस्पेक्टर जो उनके ऑफिस में जो पिछले पांच साल से ओएसडी के रूप में तैनात है रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। सीबीआई ने जो किया अच्छा किया। वो गुजारिश करते हैं कि जांच एजेंसी सख्त से सख्त कार्रवाई करे और उदाहरण पेश करे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार का हमेशा से मानना रहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ वो जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर चलेगी।
अब सवाल यह है कि इस तरह के आरोपों से दिल्ली चुनाव पर कितना असर होगा। जानकार कहते हैं कि बीजेपी किसी भी कीमत पर अपने वनवास को खत्म करना चाहती है। ऐसे में मनोवैज्ञानिक तौर पर आज के दिन वो इस मुद्दे को घर घर तक पहुंचा सकती है। लेकिन व्यवहारिक तौर पर देखा गया है कि चुनाव से पहले इस तरह के मामलों पर जनता ज्यादा तवज्जो नहीं देती है। अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम घर घर जाकर सिर्फ एक ही बात कह रही है कि वो तो सिर्फ आम लोगों की भलाई के लिए काम कर रहे हैं।