- मनीष तिवारी ने कहा पत्नी का कोरोना टेस्ट कराने में आईं तमाम दिक्कतें
- उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में हेल्थ सर्विसेज चरमरा चुकी हैं
- तिवारी ने कहा कि पहचान होने के बाद मुझे इतनी दिक्कतें पेश आईं
नई दिल्ली: दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के 1,007 नए मरीज सामने आए। इसके बाद दिल्ली में संक्रमितों की संख्या करीब 30 हजार तक पहुंच गई, दिल्ली में कोरोना के सबसे ज्यादा 1513 मामले तीन जून को आए थे वहीं इस स्थिति के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी (Manish Tiwari) दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP Government) सरकार पर भड़के हैं।
मनीष तिवारी ने दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि उन्हें अपनी पत्नी का कोविड-19 टेस्ट कराने में कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और कितने पापड़ बेलने पड़े। मनीष तिवारी ने इस बाबत एक ट्वीट कर अपनी बात कही है और कहा है कि दिल्ली सरकार कोरोना को लेकर सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें कर रही है मगर हकीकत में ऐसा नहीं है और ये सामने भी आ रहा है।
मनीष तिवारी ने बताया कि डॉक्टरों की सलाह के बाद मेरी पत्नी का कोरोना वायरस टेस्ट करवाया गया दिल्ली के एक अस्पताल के बड़े कैंपस और वहां के हर प्रोफेशनल को जानने के बावजूद मुझे टेस्ट करवाने के लिए क्या नहीं करना पड़ा, हालांकि वो टेस्ट नेगेटिव आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली का स्वास्थ्य सिस्टम पूरी तरह से विफल हो गया है चरमरा गया है।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने इन आरोपों को गलत बताया
दिल्ली में स्वास्थ्य सिस्टम को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं हाल ही में कई मामले ऐसे सामने आए हैं जहां पर दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है, या फिर टेस्ट ही नहीं किया जा रहा है।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को गलत बताया और दावा किया कि दिल्ली टेस्टिंग के मामले में देश में सबसे आगे है वहीं अभी दिल्ली सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐलान किया था कि दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का ही टेस्ट होगा, लेकिन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस फैसले को पलट दिया है।