- दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में आने लगी है तेजी
- राजधानी में 10 हजार से ज्यादा हुए संक्रमण के मामले
- लॉकडाउन-4 में दिल्ली सरकार ने दी है यातायात में छूट
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के केस लगातार बढ़ने से इसकी स्थिति दिनोंदिन गंभीर हो रही है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के करीब 500 नए केस मिले हैं जो चिंता को बढ़ाने वाले हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार राजधानी में कोविड-19 की संख्या 10554 हो गई है। इनमें से 4750 को उपचार के बाद ठीक किया जा चुका है जबकि इस दौरान 166 लोगों की मौत हुई है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने अपने यहां पाबंदियों में कुछ छूट दी है। सबसे बड़ी रियायत राजधानी में यातायात को लेकर दी गई है। दिल्ली में शर्तों के साथ बस, ऑटो और ई-रिक्शा चालू करने की छूट मिली है। इसके अलावा रेस्तरां को होम डिलीवरी करने की अनुमति है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को लॉकडाउन में छूट की घोषणा करते हुए कहा कि कोरोना महामारी अभी कई महीनों तक जाने वाली नहीं हैं। हमें इसके साथ जीना सीखना होगा।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'दिल्ली में आज से कुछ गतिविधियां शुरू हो रही हैं। ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अनुशासन का पालन करें और कोरोना वायरस बीमारी को फैलने से रोकें। इस दौरान मास्क पहनना, हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। मैं आपके और आपके परिवार की अच्छी सेहत की कामना करता हूं। यदि हम अनुशासित रहेंगे तो ईश्वर हमारी मदद करेगा।' दिल्ली में ऑड-ईवन के आधार पर दुकानें खोलने और कंस्ट्रक्शन के काम की भी इजाजत दी गई है। कंस्ट्रक्शन के काम में दिल्ली के मजदूर ही काम करेंगे।
दिल्ली में लॉकडाउन में छूट की घोषणा किए जाने पर पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने चिंता जताई है। गंभीर ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'एक बार में लगभग सब कुछ खोलने का निर्णय दिल्ली वासियों के लिए एक डेथ वारंट के रूप में कार्य कर सकता है! मैं दिल्ली सरकार से बार-बार सोचने का आग्रह करता हूं! एक गलत कदम और सब कुछ खत्म हो जाएगा!'
दिल्ली में लोग मेट्रो सेवा शुरू होने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन केजरीवाल सरकार ने इसे अभी नहीं खोलने का फैसला किया है। दिल्ली में अभी स्कूल, कॉलेज, जिम, मॉल्स, सिनेमाहाल बंद रखने का फैसला किया गया है। हालांकि, बिना दर्शकों वाले स्टेडियम को खोलने की छूट दी गई है। राजधानी में सैलून और नाई की दुकानें अभी बंद रहेंगी।