- इस साल 25 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो में लागू हो सकता है एनसीएमसी
- डीएमआरसी इस समय एएफसी गेटों के सॉफ्टवेयर में बदलाव करने में जुटा
- डीएमआरसी लागू होने के बाद यात्री सीधे बैंक कार्ड और मोबाइल कर सकेंगे पंच
Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो से सफर करने वाले लाखों यात्रियों को डीएमआरसी की तरफ से इस साल के अंत तक एक खास सौगात मिलने जा रही है। दिल्ली मेट्रो के पूरे नेटवर्क में इस साल नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) लागू हो जाएगा। जिसके बाद यात्री बैंक डेबिट/क्रेडिट कार्ड और अपने मोबाइल को मेट्रो के स्मार्ट कार्ड की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे। लोगों को मेट्रो के टोकन और स्मार्ट कार्ड के लिए लाइन नहीं लगानी पड़ेगी।
बता दें कि, दिल्ली मेट्रो की तरफ से एनसीएमसी को लागू करने के लिए जून 2023 की डेडलाइन तय की गई है, लेकिन अब मेट्रो अधिकारी इसके इसी साल शुरू होने की संभावना जता रहे हैं। इसके लिए मेट्रो की तरफ से तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, अगर कोई बड़ी अड़चन नहीं आई तो यह 25 दिसंबर को डीएमआरसी के परिचालन की 20वीं सालगिरह पर शुरू हो जाएगा।
डीएमआरसी गेटों पर लगा रहा नया सॉफ्टवेयर
दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि, मेट्रो में एनसीएमसी को लागू करने के लिए फेज-1, 2 और 3 के मेट्रो स्टेशनों पर लगे सभी एएफसी गेटों के सॉफ्टवेयर में बदलाव किया जा रहा है। कुछ जगह के गेटों पर हार्डवेयर में भी बदलाव किए जाएंगे या उसकी जगह नए गेट लगाए जाएंगे। वहीं फेज-4 में बन रही तीन नई लाइनों के 44 मेट्रो स्टेशनों पर लगने वाले करीब 350 एएफसी गेटों में भी यही नया सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा।
जानें क्या है एनसीएमसी और कैसे करेगा काम
डीएमआरसी अधिकारियों के अनुसार, गेटों में एक ऐसा नया सॉफ्टवेयर लगाया जा रहा है। जिसकी मदद से अकाउंट आधारित टिकट, क्यूआर कोर्ड आधारित टिकट और नियर फील्ड कम्यूनिकेशंस के जरिए भी यात्री मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। इसका मतलब, यात्री अपने बैंक का डेबिट/क्रेडिट कार्ड और मोबाइल का इस्तेमाल भी स्मार्ट कार्ड की तरह कर सकेंगे। जब यात्री एएफसी गेट पर अपने बैंक का कार्ड पंच करेंगे या मोबाइल पर क्यूआर कोड ओपन करके उसे स्क्रीन के पास ले जाएंगे, तो सिस्टम उसे रीड करके सीधे उनके अकाउंट से किराया डिडक्ट कर लेगा। इसके लिए डीएमआरसी पहले ही 23 सरकारी और प्राइवेट बैंकों के साथ करार कर चुकी है।