- नहाय खाय के साथ शुरू हुई छठ पर्व की शुरूआत
- जहरीली यमुना के झाग के बीच स्नान करने को मजबूर हैं छठ व्रतधारी
- यमुना की तस्वीर सामने आने के बाद दिल्ली में सियासत भी हुई तेज
नई दिल्ली: देश भर में आज नहाय खाय के साथ छठ पर्व (Chhath Puja 2021) की शुरू हो गया है। राजधानी दिल्ली में इसके लिए कई पार्को में छठव्रतियों को भगवान भास्कर के अघ्र्य देने की व्यवस्था की जा रही है। चार दिवसीय महापर्व छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग अर्घ्य के लिए पहुंचते हैं। इस पावन पर्व को मनाने के लिए आज जैसे ही कुछ श्रद्धालु यमुना नदी के किनारे पहुंचे तो उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। पहले दिन महिलाओं ने झाग के बीच यमुना नदी में स्नान किया जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है जिस पर लोग कमेंट कर रहे हैं।
सियासत हुई तेज
इसे लेकर भाजपा औऱ कांग्रेस सहित तमाम विपक्ष के लोग केजरीवाल सरकार पर हमला बोल रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि दिल्ली की हवा के बाद नदियां भी प्रदूषित हो गई हैं। दरअसल कोरोना के चलते दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने यमुना नदी के किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है। यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ गया है जिससे यहां झाग बन गया है और कई जगहों पर पानी की सप्लाई भी बाधित हुई है। झाग के बीच महिला श्रद्धालुओं की तस्वीर सामने आने के बाद सियासत भी तेज हो गई है।
भाजपा ने बोला हमला
भाजपा ने इसे लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, 'क्या हाल कर दिया आप ने दिल्ली का, ये आज की यमुना नदी की तस्वीरें काफ़ी चिंताजनक हैं और ये तस्वीरें बयान करती हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पूर्वांचलीयों की आस्था के पर्व छठ पूजा को यमुना नदी के तट पर मनाने से रोक क्यों लगाई,पोल जो खुल जाती…पहुँच रहा हूँ इस घाट पर सच्चाई दिखाने।'
दिल्ली सरकार ने की अवकाश की घोषणा
आपको बता दें कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने छठ पूजा के मौके पर 10 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। दिल्ली सरकार के एक बयान में कहा गया है, "छठ पूजा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इसीलिए, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के कारण 10 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है।"