नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के सीमापुरी इलाके में हुए हिंसक प्रदर्शन मामले में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से दो बांग्लादेश के नागरिक हैं। गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान मोहम्मद आजाद और मोहम्मद शुभान के रूप में हुई है। सीमापुरी हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की एसआईटी कर रही थी।
हिंसा से संबंधित फुटेज की जांच के आधार पर एसआईटी इन सात लोगों को गिरफ्तार किया है। बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी सीमापुरी इलाके से हुई है जबकि बाकी लोग गाजियाबाद एवं लोनी से गिरफ्तार किए गए हैं। दिल्ली पुलिस ने आशंका जताई थी कि हिंसक विरोध-प्रदर्शनों में बाहरी तत्वों का हाथ हो सकता है और यह बात सही साबित हुई है।
सीएए के खिलाफ बांग्लादेशी नागरिकों के शामिल होने और उनकी गिरफ्तारी का यह पहला मामला हो सकता है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार लोगों का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड हैं और इन्होंने प्रदर्शन के दौरान भीड़ को हिंसा करने के लिए उकसाया। सीमापुरी में विरोध-प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही पुलिस को निशाना बनाया गया था।
सूत्रों की मानें तो सीमापुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने कम से कम 15 बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान की है जिन्होंने कथित रूप से हिंसा की और लोगों को उकसाया। पुलिस का कहना है कि बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से रहते आ रहे हैं।