- राजधानी दिल्ली में आतंकी संगठन आईएसआईएस के मॉड्यूल का भंडाफोड़
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों को किया गिरफ्तार
- गुरुवार सुबह वजीराबाद में हुई मुठभेड़ के बाद हुई गिरफ्तारी
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दिल्ली के वजीराबाद से तीन संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। खबरों के मुताबिक, आज सुबह वजीराबाद इलाके में एक एनकाउंटर हुआ जहां पुलिस ने इन संदिग्धों को रोकने का प्रयास किया था इन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस एनकाउंटर में किसी को चोट नहीं लगी है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने इस गिरफ्तारी के बारे में बताया, 'आज 3 संदिग्धों को अरेस्ट किया गया है। 6 लोग तमिलनाडु से एक मर्र केस के बाद फरार चल रहे थे जो ख्वाजा मोइउद्दीन, अब्दुल नवाज और एक अन्य है। ये दिल्ली एनसीआर तथा वेस्टर्न यूपी में हमले के बाद नेपाल भागने की फिराक में थे। ये सभी आईएसआईएस से प्रभावित हैं। मोईउद्दीन और नवाज सुरेश कुमार की हत्या और एक और हिंदू नेताओं की हत्या में शामिल थे। वे एक विदेशी हैंडलर के निर्देश पर हमले को अंजाम देने वाले थे।' पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये 12 दिसंबर को तमिलनाडु से भागकर नेपाल चले गए थे। इसके बाद ये आतंकी हमला करने के लिए 25 दिसंबर को वापस लौटे। ये सभी सशर्त जमानत पर थे।
कट्टरपंथी ख्वाजा मोइनुद्दीन और सैयद नवाज 2014 में हिंदू मुन्नानी नेता सुरेश कुमार की हत्या में शामिल थे और दूसरे हिंदू नेता की हत्या के प्रयास में भी शामिल थे। 18 जून (2014) की रात अंबात्तूर ओल्ड टर्मिनस के पास सुरेश कुमार का उनकी दुकान के बाहर तीन लोगों ने काट दिया था। अब्दुल समद कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर्स में दाखिला ले चुका था।
गिरफ्तार संदिग्ध सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की श्रृंखला के साथ दिल्ली में आतंकी वारदातों के लिए एक बड़ा खतरा हो सकते थे। गिरफ्तार अभियुक्त दक्षिण भारत में एक हिंदू नेता की हत्या के मामले में भी शामिल थे। गणतंत्र दिवस परेड और राजधानी में नागरिकता कानून, जेएनयू तथा एनआरसी को लेकर हो रहे प्रदर्शनों की वजह पुलिस दिल्ली पुलिस इन दिनों हाई अलर्ट पर है। हाल ही में पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी भी की थी।