- बॉलीवुड मेकअप आर्टिस्ट के घर से 40 लाख की लूट का खुलासा
- मेकअप आर्टिस्ट का ड्राइवर ही था इस लूट का मास्टर माइंड
- पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से की आरोपियों की पहचान
Delhi Crime: राजधानी के ग्रेटर कैलाश में एक बॉलीवुड मेकअप आर्टिस्ट के घर से 40 लाख लूट के मामले में दिल्ली पुलिस ने वारदात के महज 24 घंटे के अंदर ही सुलझा लिया। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ उनके कब्जे से लूट के 37 लाख 40 हजार रुपये बरामद करने के साथ एक तमंचा व दो कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस द्वारा आरोपितों की पहचान जमरूदपुर निवासी प्रमोद कुमार मंडल और बिहार निवासी फूल कुमार यादव के रूप में की है। इस लूट की वारदात और आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए दक्षिणी दिल्ली जिले की पुलिस उपायुक्त बेनिता मेरी जैकर ने बताया कि, शाम को पुलिस को सूचना मिली की ग्रेटर कैलाश एनक्लेव में 40 लाख की लूट हुई है।
पुलिस पूछताछ में शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि, वह बॉलीवुड की मेकअप आर्टिस्ट हैं और दिल्ली में अपने फैमली मेंबर्स के साथ मेकअप क्लासेज चलाती है। उसे डांस क्लास स्टूडेंट्स से करीब 40 लाख रुपये मिले थे, वह पैसे लेकर घर पहुंची और ड्राइवर रुपये से भरा बैग लेकर घर के अंदर जा रहा था, तभी एक व्यक्ति ने ड्राइवर की आंख में मिर्ची पाउडर झोंककर बैग लूट लिया।
ड्राइवर ही निकला लूट का मास्टर माइंड
पुलिस ने बताया कि, घटना की जानकारी मिलने पर एक टीम का गठन किया गया। जिसने सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय लोगों से मिली जानकारी और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर जब आरोपियों की तलाश की तो कुछ सुराग हाथ लगे। पुलिस को पता चला कि, आरोपित को पैसे की पूरी जानकारी थी और वह पहले से ही वहां मौजूद था। जिसके बाद पुलिस ने ड्राइवर से पूछताछ की और उसका फोन मांगा तो उसने बताया कि, उसका फोन हाथापाई के दौरान खो गया। इसके बाद जब पुलिस ने शक के आधार पर ड्राइवर की गहराई से जांच की तो इस साजिश में मुख्य आरोपी निकला। इसके बाद पुलिस ने आरोपित ड्राइवर प्रमोद ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो उसने अपना जुर्म कुबूल करते हुए बताया कि, उसने अपने सहयोगी फूल कुमार के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से फर्जी लूट को अंजाम दिया। आरोपी ने बताया कि, उसका साथी नकद के साथ बिहार के लिए निकल गया है। जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपित फूल कुमार को गुरुग्राम के सेक्टर-26 से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान वह गुरुग्राम के राजीव चौक से बिहार भागने की तैयारी में था।