- जंतर मंतर पर भड़काऊ भाषण केस में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
- अश्विनी उपाध्याय समेत 6 लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया
- अश्विनी उपाध्याय का कहना है कि कार्यक्रम से लेना देना नहीं, सामान्य नागरिक की हैसियत से गए थे।
जंतर मंतर पर सोमवार को एक प्रदर्शन हुआ था। मौका था भारत छोड़ो आंदोलन को याद करने का।लेकिन उस प्रदर्शन में भड़काऊ नारे लगाए गए थे। उस केस में बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय समेत 6 लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें अश्विनी उपाध्याय, विनोद शर्मा, दीपक सिंह, विनीत क्रांति, प्रीत सिंह शामिल हैं।
जंतर मंतर पर क्या हुआ था
सवाल यह है कि आखिर जंतर मंतर पर क्या हुआ था। दरअसल भारत छोड़ो आंदोलन के संबंध में अश्विनी उपाध्याय अपने समर्थकों के साथ जंतर मंतर पर इकट्ठा हुए। वो एक समान नागरिक संहिता के साथ साथ अलग विषयों पर अपनी बात रख रहे थे। उस दौरान कुछ भड़काऊ नारे लगाए गए जिसके लिए अश्विनी उपाध्याय के संगठन को जिम्मेदार बताया गया। दिल्ली पुलिस भी इस मामले में तत्काल हरकत में आई और साफ किया कि जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहना है अश्विनी उपाध्याय का
अश्विनी उपाध्याय कहते हैं कि भड़काऊ नारों से उनका लेना देना नहीं है, वो भारत छोड़ों आंदोलन की 79वीं वर्षगांठ पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उन्होंने जो बातें कहीं वो लगातार अलग अलग फोरम पर कहते आए हैं। लिहाजा उससे इतर कुछ बोलने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। जहां तक उनकी मौजूदगी में नारे लगाए जाने का मामला है वो भी पूरी तरह गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम सेव इंडिया फाउंडेशन का था। वो भी एक सामान्य नागरिक की हैसियत से गए थे। सबसे बड़ी बात यह है कि जब पुलिस ने रोका तो वो वहां से चले भी गए थे। जहां तक वीडियो की बात है तो उसकी सत्यता की जांच हो और जो कोई भी दोषी पाया जाए उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।