- मार्च में फिर से बंद किए जाने के बाद से अभी तक दिल्ली के स्कूल नहीं खुले थे।
- डीडीएमए के तहत गठित विशेषज्ञ समिति ने चरणबद्ध तरीके से सभी कक्षाओं को खोलने लिए सिफारिश की है।
- दिल्ली में 9 अगस्त से प्रशासनिक कार्यों और शिक्षकों के लिए स्कूल फिर से खुल गए।
पुलकित नागर, टाइम्स नाउ नवभारत संवाददाता
Delhi school Reopen: दिल्ली में स्कूलों को फिर से खोलने की मांग जोरो पर है, विशेषज्ञ समिति ने सिफारिश की है कि अब सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खोले जाने चाहिए। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, डीडीएमए (DDMA) द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंप दी है। टाइम्स नाउ नवभारत के संवाददाता पुलकित नागर को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में राजधानी के सभी स्कूलों को समयबद्ध तरीके से फिर से खोलने की सिफारिश की गई है।
समिति ने कहा पहले खुले कक्षा 9 से 12
समिति ने अपनी सिफारिशों में सरकार से पहले कक्षा 9 से 12 के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के लिए कहा है। इसके बाद मिडल स्कूल और फिर अंत में प्राथमिक विद्यालय को खोले जाने के लिए कहा है। दिल्ली के स्कूलों को कब और कैसे फिर से खोला जाए, इस पर अंतिम फैसला डीडीएमए की बैठक में लिया जाएगा।
दिल्ली में लंबे समय से स्कूल बंद चल रहे है। हालांकि बीच में केवल सीनियर क्लासेज को लेकर स्कूल खोले गए थे लेकिन जूनियर और प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूल अभी बंद चल चल रहे हैं।
दिल्ली सरकार के अनुसार पहले टीकाकरण है जरूरी
इधर, दिल्ली सरकार ने पिछले डेढ़ साल में टीकाकरण पूरा होने तक स्कूलों को फिर से नहीं खोलने के अपने रुख पर जोर दिया है। हालांकि, जनवरी में कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के लिए सहमत हो गया था, ताकि छात्रों को प्रैक्टिकल जानकारी की सुविधा हो और बोर्ड परीक्षाओं के लिए वे अच्छे से तैयार हो सकें।
दूसरी लहर की शुरुआत के साथ, स्कूल और कॉलेज तुरंत फिर से बंद कर दिए गए। छात्र अभी भी ऑनलाइन क्लासेज ले रहे हैं। दिल्ली में सकारात्मकता दर में गिरावट के बाद 9 अगस्त से शिक्षकों और प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए स्कूलों को आंशिक रूप से खोलने की अनुमति दी गई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने स्कूल खोलने पर क्या कहा
मुख्यमंत्री केजरीवाल के अनुसार, "अन्य राज्यों से मिक्स्ड एक्सपीरियंस आए हैं। अभी भी हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। हम लोग बच्चों के साथ किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। जल्दी से जल्दी स्कूल खोलना चाहते हैं, जब भी कोई इस बारे में निर्णय होगा हम बताएंगे। कमेटी ने जो रिपोर्ट दी है, उसपर भी जो निर्णय होगा वो बताएंगे।"
स्कूल खोले जाने की दो मुख्य वजह
पहला, दिल्ली में कोरोना की गति का नियंत्रित होना - पिछले कुछ समय से दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले लगातार कम हो रहे हैं। राजधानी में अब कोरोना वायरस के एक्टिव केस 400 के करीब हैं। वहीं, रोजाना के मामलों की बात करें, तो महज 50 नए मामले सामने आ रहे हैं। ये आंकड़े कोरोना के खिलाफ दिल्ली के बेहतर होते हालातों की और इशारा करते हैं।
दूसरा और सबसे बड़ी वजह - एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के साथ दिल्ली के अभिभावक भी यही चाहते हैं कि अब स्कूल खुल जाने चाहिए। अभिभावकों की राय जानने के लिए केजरीवाल सरकार ने ऑनलाइन सुझाव मांगे थे, जिसमें करीब 35000 लोगों ने सुझाव दिए। सरकार के सूत्र बताते हैं कि इसमें ज्यादातर सुझाव स्कूल खोलने के पक्ष में थे।
यही दो वजह हैं जिससे दिल्ली में स्कूल खुलने की उम्मीद बढ़ गई है।