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UPSC: जानें कैसे बनते हैं IAS अधिकारी, ये है परीक्षा पैटर्न और सेलेक्शन प्रोसेस

Updated Apr 20, 2020 | 14:58 IST

हर साल हजारों उम्मीदवार UPCS की परीक्षा में शामिल होते हैं। बता दें कि UPCS का चयन प्रक्रिया बाकी परीक्षाओं की तुलना में काफी मुश्किल माना जाता है। यहां जानें UPCS से जुड़े महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में...

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How to become IAS officer
मुख्य बातें
  • UPCS से जुड़े ये है महत्वपूर्ण जानकारियां।
  • हर साल इस परीक्षा में हजारों लोग शामिल होते हैं।
  • यहां जानें युपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं के बारे में।

यूपीएससी यानि संघ लोक सेवा आयोग जो भारत सरकार के लोकसेवा के पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का संचालन करती है। इसका मुख्य काम है ए और बी ग्रेड के अधिकारियों या सिविल सेवकों का चयन करना। बता दें कि यूपीएससी के माध्यम से ही देश में आईएएस/आईपीएस के अलावा अन्य कई ग्रेड ए और ग्रेड बी के अधिकारियों की भर्ती की जाती है। हर साल इस परीक्षा में हजारों लोग शामिल होते हैं, लेकिन सफलता गिने-चुने लोगों को मिलती है। यूपीएससी का चयन प्रक्रिया दूसरे सरकारी परीक्षाओं की तुलना में काफी टफ बताया जाता है।

यूपीएससी को आजादी से पहले पीएससी यानी लोक सेवा आयोग के नाम से जानते थे। लेकिन आजादी के बाद यानी सन 1950 में  लोक सेवा आयोग (PSC) में कुछ बदलाव किया गया। इसके बाद अधिकारों में विस्तार करके इसे संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी का नाम दिया गया। अगर आपका सपना है कलेक्टर बनना तो आप ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी द्वारा आयोजित सीएसई (सिविल सर्विस परीक्षा) देनी हेती है। इसे पास करने के बाद आगे की प्रक्रिया के लिए योग्य हो पाएंगे।

यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाएं ?

यूपीएससी द्वारा कई सारी परीक्षाएं आयोजित की जाती है। इनमें कुछ चुनिंदा मुख्य परीक्षाएं ये भी हैं....

- नेशनल डिफेन्स एग्जाम (NDA)
- सिविल सर्विस एग्जाम (CSE)
- कंबाइंड डिफेन्स सर्विस एग्जाम (CDSE)
- इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जामिनेशन (ESE)
- इंडियन फोरेस्ट सर्विस (IFS)

यूपीएससी का सिलेबस क्या है ?

आईएएस प्रीलिम्स सिलेबस को यूपीएससी द्वारा बहुत ही संक्षेप में नोटिफिकेशन के द्वारा जारी किया जाता है। उम्मीदवार अक्सर इन सिलेबस को लेकर दुविधा में आ जाते हैं, कई बार परीक्षा तक सिलेबस पूरी भी नहीं कर पाते हैं। वहीं प्रीलिम्स की परीक्षा में दो पेपर होते हैं, जिसमें पहला पेपर सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट पेपर (सीसैट) और जनरल स्टडी या जनरल अबिलिटी टेस्ट (जीएटी) होता है।

सीसैट के पेपर में इंग्लिश और जनरल ऐप्टिट्यूड की पूरी जानकारी रखें। इसमें लॉजिकल रीजनिंग और ऐनालिटिकल अबिलिटी,डिसिजन मेकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग,गणित के बुनियादी सवाल (10वीं क्लास तक),इंग्लिश लैंग्वेज कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स (10वीं क्लास तक का), कॉम्प्रिहेंशन आदि की पढ़ाई करें। वहीं जनरल अवेयरनेस के लिए आप आर्थिक और सामाजिक विकास, अनुसंधान और विकास,वैज्ञानिक विकास,राष्ट्रीय हित की घटनाएं आदि ऐसी कई विषयों पर अच्छी पकड़ बनाए।
 

यूपीएससी की परीक्षा कौन दे सकता है ?

यूपीएससी की परीक्षा में बैठने के लिए शैक्षणिक योग्यता और उम्र सीमा दोनों ही आवश्यक है।
शैक्षणिक योग्यता: 

सबसे पहले छात्र ग्रेजुएशन की परीक्षा दे चुका हो।
इसके अलावा ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष वाले छात्र भी इस परीक्षा में शामिल होने के लिए योग्य है।

उम्र सीमा: 
1. यूपीएससी देने के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों हेतु  न्यूनतम उम्र 21 वर्ष एवं अधिकतम 32 वर्ष हैं (अधिकतम 6 बार)
2. ST – SC उम्मीदवारों को उम्र सीमा में 5 वर्ष की छुट दी जाती हैं | (असीमित 37 वर्ष की उम्र तक)
3. अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 3 वर्ष उम्र सीमा में छुट दी जाती हैं | (अधिकतम 9 बार या 35 की उम्र तक )
 

क्या है यूपीएससी आईएएस का परीक्षा पैटर्न ?

यूपीएससी की परीक्षा तीन चरण में होती है, जिसमें प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू शामिल है।  परीक्षा के पहले चरण में दो पेपर्स देने होते हैं, इसमें सामान्य ज्ञान और सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट से जुड़े सवाल किए जाते हैं। 200 अंक का होने वाला इस पेपर में सभी सवाल ऑब्जेक्टिव टाईप होते हैं। वहीं दूसरे चरण में कुल नौ पेपर्स होते हैं, जिसमें 180 से 200 प्रश्न होते हैं। नौ पेपर में आपको दो क्वलिफाई करने होते हैं और सात रैंकिंग वाले होते हैं। क्वालिफाईंग पेपर्स पास करने वाले उम्मीदवारों को अंकों के अनुसार रैंक दिया जाता है। इस परीक्षा का आखिरी चरण है इंटरव्यू, जो कि बेहद महत्वपूर्ण है। लिखित परीक्षा पास होने के बाद ही आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।