- आईआईटी ने इस बार प्रवेश मानदंडों में कुछ छूट देने का फैसला किया गया है
- 12वीं परीक्षाओं के कुछ पेपर्स नहीं हो पाने के कारण यह निर्णय लिया गया है
- जेईई मेन्स की परीक्षा 1-6 सितंबर और जेईई एडवांस की 27 सितंबर को होनी है
नई दिल्ली : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने इस 12वीं कक्षा के कुछ विषयों की परीक्षाएं रद्द होने के कारण प्रवेश मानदंडों में छूट देने का फैसला किया है। कोरोना वायरस संक्रमण/लॉकडाउन के कारण विभिन्न बोर्ड्स की 12वीं के कुछ पेपर्स पूर्व में स्थगित कर दिए गए और फिर देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दिया गया। 12वीं के रिजल्ट अब घोषित हो चुके हैं और बड़ी संख्या में छात्र इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में जुट गए हैं। ऐसे में यह फैसला उनके लिए राहतभरा हो सकता है।
12वीं में मिले अंक नहीं होंगे बाधक
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'कई बोर्ड्स के द्वारार 12वीं परीक्षाओं को आंशिक रूप से रद्द करने के मद्देनजर संयुक्त नामांकन बोर्ड (JAB) ने इस बार जेईई (एडवांस) 2020 पास अभ्यर्थियों के लिए दाखिला मानदंडों में छूट देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि जिन अभ्यर्थियों ने 12वीं कक्षा की परीक्षा पास की है, वे दाखिला लेने के पात्र होंगे, उन्हें मिले अंकों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस में पास होने होने के अतिरिक्त 12वीं बोर्ड की परीक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अथवा पात्रता परीक्षा में शीर्ष 20 पर्सेंटाइल में रैंक बनाने की पात्रता होती है।
सितंबर में होनी हैं प्रवेश परीक्षाएं
यहां उल्लेखनीय है कि देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए जहां जेईई-मेन्स का आयोजन किया जाता है, वहीं इसे जेईई-एडवांस्ड के लिए क्वालीफाइंग टेस्ट माना जाता है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जेईई मेन्स परीक्षा भी दो बार स्थगित हो चुकी है। अब इसके लिए 1-6 सितंबर की तारीख घोषित की गई है, जबकि जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन 27 सितंबर को किया जाना है।