- कोरोना के कारण जेईई मेन 2021 का पहला सत्र काफी देरी से शुरू हो रहा है
- अभ्यर्थियों और अभिभावकों के बीच जेईई मेन परीक्षा को लेकर तनाव बना हुआ है
- परीक्षा जनवरी माह के बजाय फरवरी माह में आयोजित कराई जाएगी
JEE Main परीक्षा को हर साल दो सत्रों में आयोजित किया जाता है और दोनों सत्रों में लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में भाग लेते है। आमतौर पर JEE Main परीक्षा के पहले सत्र के आवेदन सितंबर माह से शुरू हो जाते थे और जनवरी माह में परीक्षा आयोजित की जाती थी। लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण JEE Main 2021 का पहला सत्र काफी देरी से शुरू हो रहा है और अभी तक अभ्यर्थियों परीक्षा के आयोजन संबंधी जानकारी के लिए उत्सुक हैं।
JEE Main 2021 नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कराए जाने वाली एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, जिसके माध्यम से अभ्यर्थियों को देश के कुछ महत्वपूर्ण तथा अन्य संस्थानों में इंजीनियरिंग जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाता है। अभ्यर्थियों तथा अभिभावकों के बीच जेईई मेन परीक्षा को लेकर काफी तनाव तथा उत्सुकता बनी हुई है और इसी माहौल को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ने दिसंबर 3 को परीक्षा संबंधित सभी प्रश्नों का उत्तर देने का फैसला किया है।
JEE Main 2021 के आवेदन कब शुरू होंगे ?
जेईई मेन 2021 परीक्षा संबंधित जानकारी हेतु अभ्यर्थियों को 3 दिसंबर तक प्रतीक्षा करनी होगी, हालांकि अब यह काफी हद तक स्पष्ट हो गया है की परीक्षा जनवरी माह के बजाय फरवरी माह में आयोजित कराई जाएंगी। जेईई मेन जनवरी 2021 के सत्र के लिए आवेदन के तिथि अभी तक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा सार्वजनिक नहीं के गई है, हालांकि कुछ NTA के विशेष सलाहकारों के कथित बयानों के मुताबिक, जनवरी 2021 सत्र की परीक्षा के आवेदन दिसंबर माह के पहले सप्ताह से प्रारम्भ होंगे। अभ्यर्थियों को आवेदन करने के लिए पूरे 1 माह तक का समय मिलेगा, इसी अंतराल में अभ्यर्थियों को अपने आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा अन्यथा अभ्यर्थियों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा।
क्या JEE Main 2021 के पाठ्यक्रम में बदलाव हो रहा है ?
एक अन्य सवाल जो अभ्यर्थियों के बीच बहुचर्चित है कि क्या इस वर्ष NTA के पाठ्यक्रम में कुछ विशेष छूट मिल सकती है? यह प्रश्न इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि CBSE तथा कुछ अन्य बोर्ड्स ने अपने पाठ्यक्रमों से 30 % तक का सिलेबस कम कर दिया है और चूंकि NTA का पाठ्यक्रम बोर्ड्स के पाठ्यक्रमों पर आश्रित होता है तो अभ्यर्थी NTA के पाठ्यक्रम से भी यही अपेक्षा लगाए हुए है।
सलाहकारों की माने तो पाठ्यक्रम में बदलाव हो भी सकता है, चूंकि सभी बोर्ड्स ने अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव नहीं किया है और ऐसे कुछ के बोर्डस है जिन्होंने अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव किया है, तो इसलिए NTA अभी भी इस विषय पर चर्चा कर रहा है। सलाहकारों का मानना है की अभ्यर्थियों को अंतिम निर्णय से जल्दी अवगत करा दिया जाएगा।