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RBSE 10th Exam 2020:राजस्थान बोर्ड सोशल डिस्टेंसिंग और जरुरी गाइडलाइंस के साथ कर रहा है बाकी पेपर्स का संचालन 

Updated Jun 29, 2020 | 08:37 IST

RBSE Coducting Remaining Papers of 10th Exam: राजस्थान बोर्ड 10 वीं परीक्षा के बाकी बचे एक्जाम 29 और 30 जून, 2020 को आयोजित कर रहा है, बोर्ड राज्य में परीक्षा के लिए सभी सावधानियों का पालन करेगा।

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इन परीक्षाओं में लगभग 11.5 लाख छात्र उपस्थित होंगे (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • राजस्थान बोर्ड ने पहले ही बाकी बचे पेपर्स के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है
  • सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बोर्ड ने राज्य में परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ायी है
  • एक्जाम सेंटर्स पर एक स्टूडेंट से दूसरे स्टूडेंट के बीच सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखी जाएगी

जयपुर:सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में दो शेष बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन को बरकरार रखने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज करने के बाद, आरबीएसई (RBSE) 29 जून और 30 जून, 2020 को शेष पेपर्स आयोजित कर रहा है। बोर्ड ने पहले ही बाकी बचे पेपर्स के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। राजस्थान बोर्ड कोरोना के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत और सावधानी के साथ इन पेपर्स का संचालन करेगा। 

इन दो दिनों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में लगभग 11.5 लाख छात्र उपस्थित होंगे। सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए, बोर्ड ने राज्य में 521 परीक्षा केंद्र बढ़ाए हैं। इससे पहले, 5685 परीक्षा केंद्र थे जहाँ परीक्षा आयोजित की जानी थी जो अब 6000 परीक्षा केंद्रों को पार कर चुकी है।

राजस्थान के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट किया है,  'CBSE ने देश में 10वीं,12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित की हैं लेकिन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 10वीं व 12वीं की शेष परीक्षाएं करवाएगा। प्रदेश में पिछले 11 दिनों से बोर्ड सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए परीक्षा का सफल आयोजन करवा रहा है और शेष परीक्षाएं भी सभी एतिहात बरतते हुए करवाएगा'

सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर टेंप्रेचर चेक तक अपनाए जायेंगे सभी जरुरी इंतजाम

बोर्ड ने COVID19 के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर उम्मीदवारों की सुरक्षा के लिए कुछ उपाय सुनिश्चित किए हैं। परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने वाले सभी बच्चों की चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा थर्मामीटर जांच की जाएगी। साथ ही, प्रत्येक बच्चे के हाथों को सैनेटाइज किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों में, एक बच्चे से दूसरे बच्चे के बीच 6 फीट की दूरी रखी जाएगी।