- मेधावी छात्रों के आगे पढ़ने का सपना अधूरा ना रह जाए इसके लिए एजुकेशन लोन की सुविधा दी जाती है
- एजुकेशन लोन के लिए अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग नियम हैं
- इसके साथ ही एकैडमिक रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए
हायर स्टडी के लिए एजुकेशन लोन एक बेहद आसान तरीका है जिसके जरिए पढ़ाई पूरी की जाती है। विदेश में पढ़ाई करने का सपना हो या फिर अपने ही देश के किसी हाई-फाई इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करने का सपना हो लेकिन पैसे इसमें बाधा बन रहे हों तो एजुकेशन लोन इसमें बड़ा मददगार साबित होता है। मेधावी छात्रों के आगे पढ़ने का सपना अधूरा ना रह जाए इसके लिए एजुकेशन लोन की सुविधा शुरू की गई है। एजुकेशन लोन के लिए अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग नियम हैं।
बैंकों ने स्टूडेंट के लिए एजुकेशन लोन एलिजिबिलिटी सेट किया है। इसके लिए सबसे पहले जरूरी है कि वह भारत का नागरिक होना चाहिए। इसके साथ ही एकैडमिक ट्रैक अच्छा होना चाहिए साथ ही उसे एक मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी कॉलेज या इंस्टीट्यूट का छात्र होना चाहिए। उसके पैरेंट का नौकरीपेशा या बिजनेसमैन होना चाहिए ताकि उसके पास इनकम का जरिया हो।
उनकी वार्षिक आय, टोटल वर्क एक्सपीरियंस, एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और उनकी आयु सभी कुछ का उल्लेख होना चाहिए। हालांकि सभी बैंकों के अपने-अपने नियम हैं लेकिन हम आपको बता रहे हैं सामान्य तौर पर एजुकेशन लोन के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है-
छात्रों के लिए जरूरी दस्तावेज
एप्लीकेशन फॉर्म (भरा हुआ और साइन किया हुआ)
दो पासपोर्ट साइज फोटो (एप्लीकेंट और पैरेंट दोनों का)
इंस्टीट्यूट में एडमिशन का लेटर (अड्रेस के साथ)
एजुकेशनल प्रोग्राम का कॉस्ट ब्रेकअप (फीस हर कुछ उल्लेख किया हुआ)
अकेडमिक रिकॉर्ड (12 की मार्कशीट, ग्रेजुएशन की मार्कशीट, अगर कोई प्रवेश परीक्षा दिया है तो उसकी मार्कशीट, स्कॉलरशिप डॉक्यूमेंट अगर है तो)
घोषणापत्र कि दूसरे किसी भी बैंक से कोई लोन नहीं लिया गया है
आईडी प्रूफ (पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड आदि)
अड्रेस प्रूफ ( ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, आधार कार्ड आदि)
एज प्रूफ (कक्षा 10वीं के मार्कशीट के मुताबिक)
वीजा अप्रूवल और ट्रैवल पेपर्स (विदेश में पढ़ाई का प्लान है तो)
पेरेंट की तरफ से जमा किया जाने वाला डॉक्यूमेंट
अड्रेस प्रूफ
आइडेंटिटी प्रूफ
पिछले 3 महीने की सैलरी स्लिप
पिछले 2 साल का फॉर्म 16 और पिछले 2 साल का इनकम टैक्स रिटर्न
अन्य दूसरा कोई आय का जरिया अगर है तो
वर्तमान युग में बच्चों की पढ़ाई का खर्चा लगातार बढ़ रहा है ऐसे में हायर एजुकेशन के लिए छात्रों की फीस भर पाना हर मां-बाप के लिए संभव नहीं हो पाता है। देश-विदेश के उच्च संस्थानों में पढ़ाई के लिए मां बाप के जीवन भर की कमाई भी कम पड़ जाती है ऐसे में उनके सामने एकमात्र सहारा बचता है एजुकेशन लोन का। एजुकेशन लोन लेते समय छात्र को उसकी प्रोसेसिंग, प्री पेमेंट, लेट फीस पेमेंट आदि के बारे में ध्यान से सोच लेना चाहिए।