लाइव टीवी

Assembly Elections: आंकड़ों के जरिए समझिए, कैसे 2024 के आम चुनाव की दिशा तय करेंगे पांच राज्यों के इलेक्शन

बीरेंद्र चौधरी | सीनियर न्यूज़ एडिटर
Updated Jan 10, 2022 | 00:08 IST

पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव सभी दलों के लिए अहम हैं लेकिन सबसे अधिक किसी की साख दांव पर लगी है तो वहा बीजेपी। इन पांच राज्यों में से चार की सत्ता पर फिलहाल बीजेपी काबिज है।

Loading ...
2024 के आम चुनाव की दिशा इस तरह तय करेंगे 5 राज्यों के चुनाव
मुख्य बातें
  • पांच राज्यों में सात चरणों में डाले जाएंगे वोट, 10 मार्च को होगी काउंटिंग
  • पांच राज्यों में से चार राज्यों की सत्ता पर फिलहाल बीजेपी है काबिज
  • इन चुनाव के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा करेंगे तय

नई दिल्ली: पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा की तारीखों का ऐलान हो गया है। कुल सात चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण 7 मार्च को होगा और 10 फरवरी को मतगणना होगी। जिन 5 राज्यों में चुनाव होना है उनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर शामिल हैं। इनमें से 4 राज्यों में बीजेपी / एनडीए और 1 राज्य में कांग्रेस की सरकार है। इन पाँच राज्यों में 102 लोक सभा सीटें हैं जो कुल 543 सीट के 18. 78 फीसदी बनता है। 

लोकसभा सीट

राज्य   सीट
उत्तर प्रदेश  80
पंजाब 13
उत्तराखंड 5
गोवा 2
मणिपुर 2
कुल 102

पार्टी पोजीशन: उत्तर प्रदेश

पार्टी सीट
भाजपा 62
अपना दल 2
बसपा 10
सपा 5
कांग्रेस 1
कुल 80

पंजाब

पार्टी सीट
कांग्रेस 8
शिरोमणि अकाली दल  2
भाजपा 2
आप  1
कांग्रेस 1
कुल 13

उत्तराखंड

पार्टी सीट
भाजपा 5
कांग्रेस 0
कुल 5

गोवा

पार्टी सीट
भाजपा 1
कांग्रेस 1
कुल 2

मणिपुर

पार्टी सीट
भाजपा 1
एनपीएफ 1

ओवरऑल पार्टी पोजीशन

राज्य

एनडीए

बसपा

कांग्रेस

सपा

शिरोमणि अकाली दल

आप

अन्य

उत्तर प्रदेश

64

10

01

05

00

00

00

पंजाब

02

00

08

00

02

01

00

उत्तराखंड

05

00

00

00

00

00

00

गोवा

01

01

00

00

00

00

00

मणिपुर

02

00

00

00

00

00

00

कुल

74

10

10

05

02

01

00

 उपरोक्त आंकड़े पाँच  अहम बातें कहती हैं :

पहला , इन 102 लोक सभा सीटों में सबसे बड़ा स्टेक एनडीए /बीजेपी का है क्योंकि एनडीए की हिस्सेदारी 74 और बीजेपी की 72 सीटों पर है।  दूसरे शब्दों में 102 कुल सीटों में 73 फीसदी सीट एनडीए का है।  ध्यान देने की बात है कि इन 74 सीटों में 64 सीट उत्तर प्रदेश से है।  इसीलिए बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में अपनी सारी ताकत झोंक दी हैं।  इतना ही नहीं बीजेपी ने सभी ब्रह्मास्त्रों को उत्तर प्रदेश में लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , गृह मंत्री अमित शाह , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सारे अन्य केंद्रीय मंत्री सब के सब तूफानी चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। बीजेपी हर हाल में चाहेगी कि योगी आदित्यनाथ दुबारा थम्पिंग मेजोरिटी से सत्ता में वापस आएं। यदि बीजेपी उत्तर प्रदेश में  चुनाव नहीं जीतती है इसका सीधा असर  होगा 2024 के लोक सभा चुनाव पर। 

Also Read: पहली बार नहीं दिखेंगी चुनावी रैली और जनसभाएं, जुलूस भी नहीं निकाल सकेंगे विजेता कैंडिडेट

दूसरा , इन पांच राज्यों में से चार राज्यों में बीजेपी /एनडीए की सरकार है।  वाजिब हैं कि बीजेपी हर हाल में चारों राज्यों में सत्ता रिटेन करने की कोशिश करेंगी।

तीसरा , कांग्रेस के लिए पंजाब में सबसे बड़ा स्टेक है।  एक तो उनकी राज्य सरकार है और दूसरा लोक सभा में कांग्रेस के 52 सीटों में से 8 सीटें पंजाब से है।  यदि कांग्रेस पंजाब में हारती है तो सरकार तो गयी और उसका सीधा असर पड़ेगा आने वाले 2024 लोक सभा चुनाव पर।

चौथा , उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का बड़ा स्टेक है क्योंकि मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ही है।  ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के चुनावी रेस में बीजेपी  को सपा ही टक्कर दे रही है लेकिन यदि सपा फिर से चुनाव हारती है तो अखिलेश के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने शुरू हो जायेंगे और यदि जीत जाते हैं फिर तो बल्ले बल्ले।

पाँचवाँ , अरविंद  केजरीवाल की पार्टी आप की बात भी जरुरी है क्योंकि लोक सभा के हिसाब से भले ही 102 में 1 सीट हो लेकिन केजरीवाल के दिल्ली मॉडल आप पार्टी को पंजाब में फ्रंट रो ला खड़ा किया किया है और चंडीगढ़ म्युनिसिपल बॉडी का चुनाव सबसे बड़ा प्रमाण है जहाँ पहली बार चुनाव लड़ते हुए केजरीवाल की पार्टी नंबर वन पार्टी बन गयी है। पंजाब पर जितने ओपिनियन पोल हुए हैं सब के सब आप पार्टी को आगे दिखा रहा है।  हाँ क्लियर मेजोरिटी नहीं दिखा रहा है।  हालांकि आप पार्टी अन्य राज्यों में भी चुनाव लड़ रही है। 

कुल मिलाकर नंबर वन स्टेक बीजेपी , नंबर टू कांग्रेस , नंबर थ्री समाजवादी पार्टी , नंबर फोर आप पार्टी और अन्य में अकाली , कैप्टन अमरिंदर सिंह , और मायावती  को भी रख सकते हैं।  आखिर में इंतजार करना होगा चुनाव के अंतिम परिणाम का क्योंकि असली परिणाम वही होगा और उसी का असर पड़ेगा 2024 के लोक सभा चुनाव पर।

Also Read: इन मुद्दों के सहारे वेस्‍ट यूपी की मजबूत किलेबंदी कर रही बीजेपी, 2017 में मिली थीं 71 में से 52 सीट