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यूपी की सत्ता पर कांग्रेस की नजर, प्रियंका गांधी ने आखिर क्यों किया बांदा कांड का जिक्र

Updated Nov 28, 2021 | 07:49 IST

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बांदा कांड का हवाला देते हुए कहा कि यूपी में कानून और न्यायिक व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।

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यूपी की सत्ता पर कांग्रेस की नजर, प्रियंका गांधी ने आखिर क्यों किया बांदा कांड का जिक्र
मुख्य बातें
  • बांदा कांड की जांच प्रियंका गांधी ने सीबीआई से कराने की मांग की
  • बांदा में एक नाबलिग लड़के की हत्या का मामला
  • 'पूरे प्रदेश में कानून और न्यायिक व्यवस्था चौपट'

यूपी की राजनीति में इस समय बांदा में नाबालिग की  हत्या का मुद्दा छाया हुआ है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि नाबालिग हत्याकांड के आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। पीड़ित के परिवार का कहना है कि उसके बेटे की निर्ममता से हत्या की गई। परिवार के मुताबिक पिछले एक महीने से वो लोग थाने के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिलने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

'सीबीआई जांच कराये यूपी सरकार'
इस संबंध में प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ तो टैग करते हुए ट्वीट किया और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय पाने का अधिकार है। अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण देने से रोकें। इस मामले में तत्काल सीबीआई जांच की जरूरत है। प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी में न्यायि व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। पहले ही बहुत कुछ हो चुका है। पूरे प्रदेश में बांदा जैसी स्थिति है।

यूपी में न्यायिक व्यवस्था पूरी तरह खत्म
बहुत हो गया है। पूरा प्रदेश देख रहा है कि UP की न्याय व्यवस्था ख़त्म हो रही है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ प्रदेश के एक जिले की स्थिति नहीं है, प्रदेश के सभी जिलों में कमोबेश एक जैसी तस्वीर है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था की बात करते हैं लेकिन बांदा का एक परिवार पिछले एक महीने से थाने का चक्कर काट रहा है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। यूपी सरकार एक तरफ कहती है कि अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। लेकिन बांदा में आखिर क्या हो रहा है। 

क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि 2022 का चुनाव कांग्रेस करो या मरो के स्लोगन पर लड़ रही है। कांग्रेस को पता है कि जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रही पार्टी को ऐसे मुद्दों की जरूरत है जिनके जरिए ना वो सिर्फ सरकार पर निशाना साध सके बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर सके। सामान्य तौर पर किसी भी सरकार की घेरेबंदी के लिए कानून व्यवस्था और महंगाई दो बड़े विषय होते हैं। अगर कांग्रेस की रणनीति को देखें तो जिस तरह उन्नाव का मुद्दा, हाथरस का मुद्दा या लखीमपुर खीरी का मुद्दा उठाया उसके जरिए यह संदेश देने की कोशिश की गई कि सही मायनों में वो पीड़ितों के साथ है।अगर प्रियंका गांधी की शैली को देखें तो वो जोर शोर से उन विषयों को छूने की कोशिश कर रही हैं जिसमें कहीं ना कहीं महिलाएं शामिल हों। उसकी एक झलक उनके ट्वीट में भी दिखाई देती है।