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UP Chunav: विपक्ष की वोट बैंक की राजनीति से नहीं डरे, विरोध के बावजूद हमने धारा 370 को उखाड़ फेंका: अमित शाह

Updated Jan 28, 2022 | 07:08 IST

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव कोई विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री तय करने के लिए नहीं है, बल्कि यह अगले 20 वर्षों के लिए उत्तर प्रदेश की दिशा तय करने का चुनाव है।

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विरोध के बावजूद हमने धारा 370 को उखाड़ फेंका: अमित शाह
मुख्य बातें
  • उत्तर प्रदेश चुनाव अगले 20 वर्षों के लिए राज्य की दिशा तय करेगा : अमित शाह
  • शाह ने अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा के विरोध को लेकर भी उन पर निशाना साधा
  • गुरुवार को ही शाह ने यूपी में विभिन्न जगहों का किया था दौरा

गौतम बुद्ध नगर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अपने यूपी दौरे के दौरान आर्टिकल 370 को लेकर विपक्षी दलों की खिंचाई की और कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार उनकी वोट बैंक की राजनीति से नहीं डरती है। उन्होंने कहा कि  संसद में विरोध के बावजूद आर्टिकल 370 को "उखाड़" फेंक दिया। सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, 'जब जम्मू और कश्मीर को भारत के साथ एकीकृत करने और अनुच्छेद 370 को रद्द करने के लिए संसद में प्रस्ताव लाया गया था, तो न केवल कांग्रेस ने इस कदम का विरोध किया था बल्कि बसपा और सपा ने भी प्रस्ताव का विरोध किया था। जब वे दादरी में वोट मांगने आते हैं, नोएडा के लोग पूछेंगे कि आपने इस कदम का विरोध क्यों किया? क्या वोट बैंक की राजनीति देश से ऊपर है? अगर आप वोट बैंक की राजनीति करना चाहते हैं, तो आप कर सकते हैं, हम वोट बैंक की राजनीति से नहीं डरते।'

मोदी जी ने किया काम

गृह मंत्री ने आगे कहा कि ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि राज्य की जनता ने पीएम मोदी को दो-तिहाई बहुमत से दो बार सत्ता में लाने के लिए वोट किया। उन्होंने कहा कि लोगों ने नरेंद्र मोदी को दो बार वोट दिया और मैं गर्व से कहना चाहता हूं कि हमारी सरकार से जो उम्मीदें थीं, पीएम मोदी ने विनम्रतापूर्वक उन्हें पूरा किया है।

सपा- बसपा को लिया निशाने पर

सपा और बसपा को निशाने पर लेते हुए अमित शाह ने कहा, '2022 के उत्तर प्रदेश चुनाव में मैं फिर से एक बार कहने आया हूं कि पांच वर्ष में भाजपा सरकार ने बहुत कुछ किया है। बदलाव आपको भी महसूस हो रहा है, उत्तर प्रदेश बदल रहा है, युवा आगे बढ़ रहा है। सपा-बसपा की 20 साल चली सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बहुत बड़े गड्ढे में डाल दिया। जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार ये चार नासूरों ने उत्तर प्रदेश का खून पीने का कार्य किया। जो अपनी पार्टी को लोकतांत्रिक तरीके से नहीं चला सकते, वो उत्तर प्रदेश को क्या लोकतांत्रिक तरीके से चलाएंगे। ये चुनाव कोई विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री तय करने का नहीं है। अगले 20 साल में उत्तर प्रदेश किस दिशा में जाएगा, इसका भाग्य तय करने का चुनाव है।'

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योगी ने सुधारी कानून व्यवस्था

अमित शाह ने कहा, 'पहले यहां बुआ भतीजे की सरकारें चली, सबको मालूम है कि माफियाराज चलता था और माफियाराज इस प्रकार से चलता था कि कोई यहां निवेश करने की हिम्मत भी नहीं करता था। ये लोग खुलेआम शोषण करते थे, जमीनें कब्जाते थे, फिरौती उगाहते थे, उनकी गैंग चलती थी। लेकिन आज भाजपा के शासन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के लॉ एंड आर्डर को परफेक्ट करके रख दिया है। कल ही पद्म पुरस्कार घोषित हुए, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री हमारे नेता कल्याण सिंह जी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने का काम श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।कल्याण जी ने उत्तर प्रदेश में पहली बार माफियामुक्त सुशासन की शुरुआत की थी।'

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