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UP Assembly Elections 2022: आरकेएसपी की अगुवाई में 5 दलों ने बीजेपी का किया समर्थन, पूर्वांचल में राह कितनी होगी आसान

Updated Feb 08, 2022 | 09:09 IST

इस दफा यूपी में किसकी सरकार बनने वाली है, यह भविष्य के गर्भ में है। लेकिन सभी राजनीतिक दलों को उम्मीद है कि यूपी की जनता उन्हें भरपूर समर्थन दे रही है। इन सबके बीच आरकेएसपी ने अपने बैनर तले पांच दलों के समर्थन पत्र को बीजेपी को सौंपा है। आरकेएसपी के अध्यक्ष गोपाल राय का कहना है कि निश्चित तौर पर 10 मार्च को जब नतीजे आएंगे तो जीत बीजेपी की ही होगी।

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RKSP की अगुवाई में 5 दलों का समर्थन BJP के लिए क्यों है खास

यूपी विधानसभा चुनाव 2022(UP Assembly Elections 2022) में 10 मार्च को जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा उसके लिए राजनीतिक दल हर संभव विकल्प पर काम कर रहे हैं। सियासी बयानों के जरिए एक दूसरे पर निशाना साधा जा रहा है तो दूसरी तरफ जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश की गई है। 2017 के चुनाव में जिस तरह से बीजेपी ने सामाजिक समीकरणों( Social Equations in Uttar Pradesh) को साधा ठीक वैसा ही प्रयोग समाजवादी पार्टी की तरफ से भी किया गया है। इन सबके बीच बीजेपी भी अपने सामाजिक आधार को और पुख्ता करने में जुट गई है। उसी कड़ी में राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी( RKSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने बीजेपी को पांच दलों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी है। यह समर्थन बीजेपी को क्यों और किस तरह से फायदा पहुंचायेगा उस विषय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने TIMES NOW नवभारत से खास बातचीत की। 

देश में मोदी और प्रदेश में योगी प्रासंगिक
देश में मोदी, प्रदेश में योगी यह वाक्य आज भी प्रासंगिक है। जनता मोदी और योगी  को आज भी अपनी पहली पसंद बनाये रखे हुए है।उत्तर प्रदेश की जनता यूपी में फिर से भाजपा को पुनः प्रदेश में लाना चाहती है।उत्तर प्रदेश में आज भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता बनी हुई है जिसके कई कारण हैं और उसमें सबसे विशेष उनकी बेदाग़ छवि और वो भी अब तक के कार्यकाल में मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए बनाये रखना। इसमें संशय नहीं कि इस बार चुनावी युद्द इतना आसान नहीं होगा। योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश में विकास तेज़ी से हो रहा है। यदि पूर्व और वर्तमान सरकार की तुलना की जाए तो योगी सरकार में जाति-धर्म को बढ़ाव न देकर सभी को एकरूप समझ कर विकास की रणनीति पर कार्य किया हुआ है। सरकार ने सरकारी योजनाओं का लाभ सभी को सामान रूप में वितरित किया है जिसमें राशन से लेकर किसान सम्मान निधि बिना किसी धर्म और जाति को देखकर सभी को इसका समान लाभ मिला है।

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राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा मिला
सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विकास को लेकर मोदी और योगी जी प्रतिबद्ध रहें हैं। देश में राष्ट्रीय चेतना को बढ़वा देना और आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए मोदी जी द्वारा अनुच्छेद- 370 को हटाना देश हित में सबसे बड़ा कदम रहा है। धारा 370 को हटाना इतना सरल नहीं था यह विपक्षी पार्टियों के लिए नींद उड़ा देने वाला निर्णय था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “सोच ईमानदार काम दमदार” के नारे के साथ फिर से मैदान में आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी का अपराधियों के प्रति सख्ती और  दंगाईयों व अपराधियों पर अंकुश लगाने का बड़ा योगदान रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण, अयोध्या भव्य मंदिर निर्माण जनता को आकर्षित तो कर रहा है, इसके अतिरिक्त देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश की सनातनी सांस्कृतिक चेतना को आगे बढ़ा रहे हैं। ऐसे में योगी और मोदी जी का सांस्कृतिक चेतना को जगाने में अहम् योगदान है। प्रदेश से अपराधियों का पलायन हो रहा है और गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के जमीन पर माफियाओं द्वारा अवैध कब्ज़ा करने पर सरकार उन पर सख्त निर्णय ले रही है। माफिया और कब्जाधारी की  संपत्ति पर बुलडोजर चलाया जा रहा है।

प्रदेश में अपराधी सहमे
आज प्रदेश में अपराधी भी सहम गए हैं जबकि समाजवादी सरकार में पहली कैबिनेट में अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर पर हमला करने वाले दोषियों का रिहाई कर स्वतंत्र करने का फैसला लिया गया।  आज प्रदेश में सभी क्षेत्रों में तेज़ी से विकास हो रहा है। फ़िल्मी दुनियां के लोग उत्तर प्रदेश को फिल्म निर्माण के लिए चुन रहे हैं। गरीबों को घर-घर तक राशन पहुंचाया जा रहा है। समाज में अपराध और अपराधियों के प्रति अंकुश लगाने में उत्तर प्रदेश सरकार ने अहम भूमिका निभाई है। यह कारण है कि उत्तर प्रदेश की जनता फिर से भाजपा को ही सरकार के रूप के देखना चाहती है। हां, इस बार की जीत भाजपा के लिए इतना सरल नहीं होगा क्योंकि सरकार कोई भी हों शासन में आने के बाद समाज में जो भी कार्य किए हैं उसको जनता से याद करने की अपील करती हैं कि उस आधार पर उन्हें चुना जाए।

10 ंमार्च को आने वाले हैं औपचारिक नतीजे
ऐसे में उत्तर प्रदेश में सामाजिक समीकरण लिए समाजवादी पार्टी विपक्षी रूप के भाजपा के सामने होगी और भाजपा पिछली बार की तरह उतनी सीटें ले आ पाएगी या नहीं यह तो चुनाव बाद ही पता चलेगा किंतु इतना तय है की जनता फिर से योगी - मोदी समीकरण से प्रभावित है। ऐसे में आरकेएसपी के नेतृत्व में पांच दल भाजपा को समर्थन दे चुके हैं। इसमें राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय पूर्वांचल एकता पार्टी, अखण्ड भारत  स्वराज पार्टी, भारतीय किसान पार्टी, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा शामिल है। ये छोटे- छोटे दल चुनवा के परिणाम को परिवर्तित करके का दम रखते हैं। इनके पास लाखों वोट हैं। ऐसे में हम लोग भाजपा को एक साथ समर्थन दे रहे हैं क्योंकि भाजपा सभी के लिए समान रूप से कार्य कर रही है।
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