- उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की वापसी हो रही है
- बीजेपी को 403 में से 255 सीटें मिली हैं
- समाजवादी पार्टी को 110 सीटें मिली हैं
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की दमदार वापसी हो रही है। भाजपा ने 255 सीटें जीती हैं, जबकि दूसरे नंबर पर रही समाजवादी पार्टी (SP) को 111 सीटें मिली हैं। भाजपा को 41.29 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं, जबकि समाजवादी पार्टी को 32.03 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 12.88 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। लेकिन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत राज्य के 11 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है।
किस-किस मंत्री को मिली हार
- सिराथू में केशव प्रसाद मौर्य को समाजवादी पार्टी की डॉक्टर पल्लवी पटेल ने 7337 मतों से पराजित किया।
- गन्ना मंत्री सुरेश राणा शामली जिले की थानाभवन सीट पर सपा समर्थित राष्ट्रीय लोकदल के अशरफ अली खान से 10 हजार से अधिक मतों से चुनाव हार गए।
- बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से राज्य मंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार समाजवादी पार्टी के अताउर्रहमान से 3355 मतों से पराजित हो गए।
- ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राम सिंह से 22051 मतों से पराजित हो गए।
- राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सीट पर सपा के अनिल कुमार से 20,876 मतों से पराजित हो गए।
- राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला को बलिया जिले की बैरिया सीट पर समाजवादी पार्टी के जयप्रकाश अंचल ने 12951 मतों से पराजित किया।
- बलिया जिले की ही फेफना सीट पर खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार संग्राम सिंह से 19354 मतों से पराजित हुए।
- समाजवादी पार्टी की उषा मौर्या ने फतेहपुर जिले की हुसैनगंज सीट पर राज्य सरकार के मंत्री रणवेन्द्र सिंह धुन्नी को 25181 मतों से पराजित कर दिया।
- औरैया जिले की दिबियापुर सीट पर राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत समाजवादी पार्टी के प्रदीप कुमार यादव से मात्र 473 मतों के अंतर से पराजित हुए।
- समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार माता प्रसाद पांडेय ने सिद्धार्थनगर जिले की इटवा सीट पर बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी को 1662 मतों से हराया।
- गाजीपुर सीट पर राज्यमंत्री संगीता बलवंत को समाजवादी पार्टी के जयकिशन ने 1692 मतों के अंतर से पराजित किया।
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मौर्य और सैनी की हार
वहीं सियासी हवा का रुख देखकर पार्टी बदलने वाले कई दिग्गजों को भी सूबे की जनता ने नकार दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य, योगी सरकार में मंत्री थे लेकिन सियासी हवा का रूख देखकर अखिलेश का दामन थामा। फाजिलनगर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सुरेंद्र कुशवाहा ने उन्हे बड़े अंतर से हरा दिया। धर्म सिंह सैनी ये भी योगी सरकार में मंत्री थे लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य को गुरु मानने वाले धर्म सिंह ने भी चुनाव से ऐन पहले अखिलेश यादव का दामन थाम लिया। बीजेपी के मुकेश चौधरी ने नकुड़ विधानसभा से उनका पत्ता साफ कर दिया।