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UP elections 2022 : वाराणसी में EVM में गड़बड़ी हुई है, अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल पर भी उठाए सवाल

Updated Mar 08, 2022 | 20:57 IST

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर आए एग्जिट पोल के एक दिन बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वाराणसी में ईवीएम उम्मीदवारों को कोई जानकारी दिए ले जाए जा रहे हैं। यहां ईवीएम में गड़बड़ी हुई है। चुनाव आयोग इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

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मुख्य बातें
  • अखिलेश ने कहा कि यह लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है।
  • लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं।
  • काउंटिंग तक ईवीएम को बचाएं।

UP elections 2022 : उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण के चुनाव के बाद सभी एग्जिट पोल में बीजेपी की सरकार बनती दिखाई गई। उसके एक दिन बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एग्जिट पोल्स यह धारणा बनाना चाहते हैं कि बीजेपी जीत रही है। बीजेपी के पक्ष में एग्जिट पोल दिखाए जा रहे हैं। बीजेपी के आंकड़े और एग्जिट पोल के आंकड़े एक जैसे कैसे हैं?

अखिलेश यादव ने कहा कि वाराणसी में ईवीएम बिना सिक्योरिटी की जा रही है। यहां ईवीएम में गड़बड़ी हुई है। ईवीएम के तीन बक्शे पकड़े गए। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी वोटों की चोरी कर रही है। वाराणसी के डीएम स्थानीय उम्मीदवारों को कोई जानकारी दिए बिना ईवीएम ले जा रहे हैं। चुनाव आयोग को इस पर गौर करना चाहिए। चुनाव अधिकारियों पर भरोसा नहीं रह गया है। 

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का दावा, समाजवादी पार्टी अयोध्या जीत रही है इसलिए बीजेपी डरी हुई है। चुनाव आयोग के अधिकारी EVM से छेड़छाड़ कर रहे हैं। अगर ईवीएम को इस तरह से ले जाया जा रहा है तो हमें सतर्क रहने की जरूरत है। यह चोरी है। हमें अपने वोट बचाने की जरुरत है। हम इसके खिलाफ अदालत जा सकते हैं लेकिन इससे पहले, मैं लोगों से लोकतंत्र को बचाने की अपील करना चाहता हूं।

उन्होंने युवाओं से अपील की कि लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं। काउंटिंग तक ईवीएम को बचाएं। लखनऊ के अधिकारियों को फोन किए जा रहे हैं। जहां बीजेपी को हार का डर है। वहां धीरे-धीरे गिनती के लिए कहा गया है। ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है। अधिकारी वही भाषा बोलेंगे जो सरकार बोलने के लिए कहेगी। 

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वाराणसी पहाड़िया मंडी क्षेत्र में एक ईवीएम स्ट्रांग रूम के बाहर धरना दिया। 

उन्होंने कहा कि अधिकरी सरकारी भाषा बोल रहे है। चुनाव आयोगी दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। सोनभद्र, बरेली में बैलेट पेपर पकड़े गए हैं। वाराणसी के डीएम पर कार्रवाई करे चुनाव आयोग। ईवीएम ले जाने की सूचना प्रत्याशियों को क्यों नहीं दी गई। बीजेपी नेताओं के आंकड़े एग्जिट पोल में कैसे?