- करिश्मा कपूर और करीना कपूर की मां हैं बबीता कपूर।
- किसी जमाने में दर्शकों पर उनका जादू चला करता था।
- शादी करने के लिए करियर को कह दिया था बाय।
Babita Kapoor lesser known facts: बॉलीवुड अदाकारा करिश्मा कपूर और करीना कपूर (Kareena Kapoor) की मां बबीता कपूर का किसी जमाने में जादू चला करता था। वह दर्शकों के दिलों पर राज करती थीं। जवानी के दिनों में वह इतनी खूबसूरत थीं कि उनसे नजरें नहीं हट पाती थीं। जब बबीता को दुनिया जानने लगी और उनकी लोकप्रियता में इजाफा होने लगा तो वह प्यार कर बैठीं। इस प्यार ने उनके करियर पर ब्रेक लगा दिया था। उन्होंने इंडस्ट्री में अपने करियर के चरम पर फ़िल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया।
दरअसल, बबीता कपूर को रणधीर कपूर से प्यार हो गया था और उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया था। बबीता और रणधीर कपूर की मुलाकात फिल्म 'संगम' के सेट पर हुई थी। उस जमाने में कपूर खानदान की परंपरा थी कि उनके परिवार की बहू या बेटी फिल्मों में काम नहीं करती। इसलिए जब शादी की बात आई तो कपूर परिवार ने रणधीर और बबीता की शादी पर आपत्ति जताई। अपने प्यार को पाने के लिए बबीता ने अपने करियर की कुर्बानी दे दी। साल 1971 में राजकपूर के बड़े बेटे रणधीर के साथ उन्होंने सात फेरे ले लिए।
बबीता कपूर ने अपने सिनेमाई करियर में 19 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने उस दौर के लगभग सभी बड़े सितारों के साथ फिल्में की। फिल्म 'राज' बबीता और राजेश खन्ना दोनों की डेब्यू फिल्म थी। हालांकि उनकी फिल्म 'दस लाख' सिनेमाघरों में पहले रिलीज हो गई और 'राज' से ज्यादा कामयाब भी रही।
बबीता गुजरे जमाने की मशहूर एक्ट्रेस साधना की कजिन हैं। जिस प्यार की वजह से वह करियर से अलग हो गईं, उसमें भी उन्होंने खूब तकरार झेली। रणधीर कपूर की फिल्मों असफल होने लगीं तो वह शराब पीने लगे और नशे की लत से उनका व्यवहार भी खराब हो गया। 1988 में बबीता अपनी दोनों बेटियों को लेकर उनसे अलग रहने लगीं।
फिर रहने लगे साथ
उन्होंने खुद दोनों की परवरिश की। बबीता ने ही परिवार के खिलाफ जाकर अपनी दोनों बेटियों को एक्टिंग करने की इजाजत दी। करिश्मा कपूर के करियर को स्थापित करने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया। कुछ समय बाद बबीता और रणधीर कपूर फिर साथ रहने लगे क्योंकि दोनों के बीच तलाक जैसा कुछ नहीं हुआ था।