- आज देशभर में टीचर्स डे मनाया जा रहा है
- इस दिन छात्र टीचर्स के प्रति आभार व्यक्त करते हैं
- बॉलीवुड सेलेब्स ने भी अपने टीचर्स को याद किया है
देशभर में आज यानी 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जा रहा है। सभी स्टूडेंट्स इस दिन अपने टीचर्स के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करते हैं। इस खास मौके पर बॉलीवुड सितारों ने भी टीचर्स को अपने-अपने अंदाज में याद किया है। एक्टर अजय देवगन ने कैमरे को सलाम किया जबकि सोनू सूद ने अपनी मां को याद करते हुए आभार जताया। इनके अलावा कई अन्य कलाकारों ने भी टीचर्स के प्रति सम्मान का इजाहर किया।
'मैं कैमरे को सलाम करता हूं'
टीचर्स डे पर बॉलीवुड सुपरस्टार अजय देवगन ने कैमरे के साथ इंस्टाग्राम पर तस्वीर शेयर की। उन्होंने साथ ही कैप्शन दिया, 'मैं कैमरे को सलाम करता हूं। मुझे एहसास है कि हर बार मैं इसके पीछे होता हूँ तो मैंने कुछ-न-नुख नया सीखा है। यह एक लगातार जारी रहने वाला प्रोसेस है। हैप्पी टीचर्स डे 2020।' जाने-माने एक्टर मनोज बाजपेयी ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं अपने सभी शिक्षकों के सामने सिर झुकाता हूं जिन्होंने मुझे न केवल शब्द, नंबर्स और किताबें पढ़ना सिखाईं बल्कि हर मनुष्य और धरती मां को प्यार करने की समझ दी!! प्रणाम आप सबको !! नमन !! हैप्पी टीचर्स डे।'
'अगर शिक्षक नहीं होते तो...'
एक्ट्रेस निम्रत कौर ने लिखा कि मैं कलेक्टिव लेसन हूं। मैंने उन सभी शिक्षकों से सीखा, जो मेरे जीवन में जाने-अनजाने प्रकट होते रहे हैं। मैं ऐसी सभी आत्माओं को सलाम करती हूं, जो अपनी जिंदगी को मिसाल बनाते हुए हमारे भीतर और बाहर की दुनिया को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। एक्ट्रेस बिपाशा बसु ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखा कि अगर शिक्षक नहीं होते तो बाकी सभी प्रोफेशन का वुजूद नहीं होता। वहीं, एक्टर सोनू सूद ने टीचर्स डे पर अपनी मां को याद किया। उन्होंने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि तेरे ही दिखाए रास्ते पे निकला हूं मां। मंजिल दूर है लेकिन मिलेगी जरूर। मेरी टीचर को हैप्पी टीचर्स डे।
5 सितंबर को क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे?
भारत में टीचर्स डे हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। वहीं, दुनियाभर में टीचर्स डे अलग-अलग तारीखों को मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर उनकी स्मृति में भारत में 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाता है। राधाकृष्णन एक महान शिक्षक होने के साथ-साथ स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्हें 1954 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। राजनीति में आने से पहले उन्होंने अपने जीवन के 40 साल अध्यापन को दिए थे। उनका जन्म 5 सितंबर, 1888 में तमिलनाडु के तिरुतनी गांव में हुआ था।