बॉलीवुड के बीते जमाने के कई अभिनेता अभी फैंस के दिलों पर राज करते हैं। इन्हीं में एक नाम है लॉयन का। बेशक फिल्मी फैन एक्टर अजीत को इसी नाम से ज्यादा जानते हैं। वहीं उनके असली नाम हामिद अली खान से तो बस उनको करीबी ही पहचानते थे। पर्दे पर अमूमन पीटर, रॉबर्ट, माइकल जैसे ईसाई किरदार निभाने वाले अजीत ने स्मगलर को फिल्मी पर्दे पर बतौर विलेन स्थापित किया था। उनकी इमेज सॉफ्ट बोलने वाले लेकिन तबाही मचाने वाले विलेन की थी जो खुद बुरे काम नहीं करता लेकिन दूसरों से ऐसे काम कराना बखूबी जानता है।
27 जनवरी को उनका जन्म हैदराबाद की ऐतिहासिक जगह गोलकोंडा के पास हुआ था। उनकी पढ़ाई वारांगल में हुई। 1940 के दशक की शुरुआत में उनको मुंबई आने की सनक सवार हुई और वह कॉलेज की किताबें बेचकर अपनी मंजिल की तलाश में निकल पड़े। उनकी पहली 1946 में रिलीज हुई थी जिसका नाम था शाहे मिश्रा। अपने 4 दशक से लंबे करियर में अजीत ने पृथ्वीराज कपूर से लेकर अमिताभ बच्चन तक के साथ काम किया। हीरो के बाद उन्होंने 1966 में आई राजेंद्र कुमार की फिल्म सूरज से विलेन की पारी की शुरुआत की थी। 1976 में आई कालीचरण के बाद से इंडस्ट्री में वह लॉयन के नाम से मशहूर हो गए थे।
Ajit Khan Popular Dialogues
जंजीर में अजीत के रोल को लेकर इसके राइटर जावेद अख्तर ने कहा था कि अमिताभ बच्चन की तरह जंजीर ने अजीत के करियर को भी नई उंचाई दी थी। उनके किरदार ने बॉलीवुड में एक नया ट्रेंड शुरू किया था जिसमें विलेन ज्यादा लाउड नहीं होता लेकिन उसके पास बहुत ताकत रहती है।