- कोरोना वायरस पॉजिटिव पाने के बाद अमिताभ बच्चन को एडमिट कराया गया था।
- अभी नानावती अस्पताल में भर्ती अमिताभ बच्चन का इलाज चल रहा है।
- सोमवार को अभिषेक बच्चन की पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन और बेटी आराध्या बच्चन को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
अमिताभ बच्चन फिलहाल नानावती अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि हॉस्पिटल से भी बिग बी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। हाल ही में कोरोना वायरस का परीक्षण पॉजिटिव पाने के बाद अमिताभ बच्चन को एडमिट कराया गया था। अमिताभ के बेटे और अभिनेता अभिषेक बच्चन भी कोरोना से जूझ रहे हैं। उन्हें भी नानावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सोमवार को अभिषेक बच्चन की पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन और बेटी आराध्या बच्चन घर लौट आए हैं। दोनों को COVID-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। परीक्षण नकारात्मक आने के बाद मां-बेटी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर इसी बारे में जानकारी शेयर की है। जैसे ही बिग बी को बहू और पोती के बारे में पता चला कि वो अपने आंसू नहीं रोक पाए। अमिताभ बच्चन ने ऐश्वर्या बच्चन और आराध्या बच्चन की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'अपनी छोटी बिटिया और बहुरानी को अस्पताल से मुक्ति मिलने पर मैं रोक ना पाया अपने आंसू... प्रभु तेरी कृपा अपार, अपरम्पार है।'
आराध्या बच्चन ने पोछे अमिताभ बच्चन के आंसू
सोमवार रात को अभिनेता अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में लिखा कैसे आराध्या बच्चन उन्हें रोने के लिए मना कर रही और कह रही थी कि उन्हें भी जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी। अमिताभ बच्चन ने लिखा, 'वो घर चले गए हैं लिटिल वन और बहूरानी... मेरे आंसू बह निकलते थे आराध्या ने वादा किया कि आप मत रोइए आपको भी जल्द ही घर के लिए छुट्टी मिल जाएगी। मुझे उस पर विश्वास है।'
ट्रोलर को अमिताभ बच्चन ने दिया जवाब
बिग बी ने आगे लिखा ट्रोल्स उनके खराब स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं। वो उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें इस COVID-19 के साथ ही मर जाना चाहिए। उन्होंने लिखा, 'अरे बेनाम वाले मिस्टर आप अपने पिता का नाम भी नहीं लिखते हैं क्योंकि आप नहीं जानते कि आपको किसने जन्म दिया है। केवल दो चीजें हैं जो हो सकती हैं या तो मैं मर जाऊंगा या फिर मैं जीवित रहूंगा। अगर मैं मर गया तो आप किसी मशहूर के नाम पर फिर टिप्पणी कैसे करेंगे। तुम्हारी बातें सिर्फ इसलिए नोटिस की गईं क्योंकि तुमने अमिताभ बच्चन के लिए लिखा था जो कि ज्यादा नहीं रहेगा।'