लाइव टीवी

Amitabh Bachchan Blog: गिर गया अमिताभ बच्चन का गुलमोहर पेड़, इसी के नीचे अभिषेक-ऐश्वर्या राय ने रचाई थी शादी

Updated Jul 05, 2020 | 16:24 IST

Amitabh Bachchan Blog: अमिताभ बच्चन ने आज अपने ब्लॉग पर अपने गुलमोहर के पेड़ की कहानी सुनाई। इसी पेड़ के नीचे अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय ने शादी रचाई। पेड़ के गिरने से अमिताभ बच्चन भावुक हो गए।

Loading ...
Abhishek Bachchan, Aishwarya Rai Wedding
मुख्य बातें
  • अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में गुलमोहर के पेड़ का किस्सा सुनाया।
  • इस पेड़ के नीचे ही अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी हुई थी।
  • अमिताभ बच्चन ने बताया कि ये पेड़ अब गिर गया है।

मुंबई. अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर फैंस से अपनी जिंदगी से जुड़ी कई कहानियां शेयर करते हैं। बिग बी ने अब अपने बंगले प्रतीक्षा के बगीचे में लगे 43 साल पुराने गुलमोहर के पेड़ की कहानी बताई है। इसी पेड़ के नीचे ही दोनों शादी के बंधन में बंध थे। 

सदी के महानायक ने अपने ब्लॉग में इसके बारे में विस्तार से बताया है। बिग बी लिखते हैं- '1976 में हम जिस दिन पहली बार इस घर में आए थे। इस पीढ़ी ने कभी इसे खरीदा और बनाया था। हमने एक पौधे को याद के लिए लगाया था।' 

आमिताभ बच्चन आगे लिखते हैं- 'उस वक्त इस पौधे की ऊंचाई कुछ इंच की थी। ये पौधा जब पेड़ बन गया तो उनके बेटे अभिषेक बच्चन ने ऐश्वर्या राय के साथ इसी के पास शादी की थी। इसके अलावा हम होलिका दहन समेत कई समारोह और उत्सव इसी गुलमोहर के पास मनाते थे।'

गर्मियों में खिलते थे फूल 
अमिताभ बच्चन अपने ब्लॉग में आगे लिखते हैं- 'बच्चे इसरे आस-पास खेलते-कूदते थे। नाती-पोते का बर्थडे हो या फिर कोई त्योहार इस पेड़ को सजाया जाता था। इसके नारंगी फूल गर्मियों के दौरान खिला करते थे। बच्चों ने इससे कुछ फीट दूर शादी की और ये अभिभावक बनकर खड़ा था।'

अमिताभ आखिर में बताते हैं कि- 'बाबू जी, मां जी की 13वीं भी यहीं हुई थी।  होलिका दहन में बुरी शक्तियों का यहीं पर जलना। दिवाली की सभी रोशनी अपनी शाखाओं को निहारती है। सत्यनारायण की पूजा या फिर शांति और समृद्धि के लिए हवन यही सम्पन्न होते थे।'

आज गिर गया पेड़ 
अमिताभ बच्चन आखिर में लिखते हैं- 'आज सभी दुखों से दूर ये खत्म हो गया। चुपचाप गिर गया, बिना एक भी आत्मा को नुकसान पहुंचाएं। जो फूल इसमें थे वह बिखर गए हैं। बारिश के बावजूद इसकी टहनियां और पत्ती हिल नहीं रही थी।' 


अमिताभ बच्चन ने प्रतीक्षा बंगने के नाम की कहानी सुनाई। उन्होंने लिखा- 'इस घर में हमने बाबूजी और मां को साथ साथ रहने के लिए आमंत्रित किया था। इसका नाम रखा प्रतीक्षा। ये बाबूजी की पंक्ति से आया है- 'स्वागत सभी का है यहां पर, नहीं किसी की है प्रतीक्षा।'

Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।