- सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए अमिताभ बच्चन
- जनता कर्फ्यू का अमावस्या से बताया था संयोग
- 22 मार्च को था जनता कर्फ्यू
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को उनकी फिल्मों के साथ-साथ विचारों के लिए भी जाना जाता है। वे सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव रहते हैं और अक्सर अपने विचार, कविताएं और फोटोज शेयर करते रहते हैं। इसी के जरिए बिग बी अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ से फैंस को अपडेट रखते हैं। हाल ही में उन्होंने जनता कर्फ्यू और अमास्या को लेकर एक ट्वीट किया, जिसके बाद उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
इस ट्वीट में अमिताभ ने एक ऐसे मैसेज लिखा, जो कई व्हाट्सऐप ग्रुप में फैल चुका है, जिसमें जनता कर्फ्यू और अमस्या के संयोग को बताया गया है। उन्होंने ट्वीट किया कि एक राय दी: 22 मार्च शाम 5 बजे, अमावस्या, महीने का सबसे अंधकारमय दिन, जब वायरस, बैक्टिरिया और बुरी फोर्स के शक्तियां सबसे ज्यादा होती है। ताली बजाने, शंख बजाने से वायरस की शक्तियां कम होती है या खत्म हो जाती है। चंद्रमा नए 'नक्षत्र' रेवती के पास जा रहा है। संचयी वायब्रेशन ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
उनके इस ट्वीट का मतलब है कि 22 मार्च को महीने की सबसे काली रात अमावस्या को बैक्टिरिया और वायरस की शक्तियां सबसे ज्यादा थी। जिसका समाधान ताली बजाना और वायरस की शक्ति को कम करने के लिए शंख कंपन पैदा करना था। ट्वीट वायरल होते ही बिग बी को ट्रोल किया जाने लगा। कुछ लोगों ने उनसे 'गलत जानकारी' न फैलाने की अपील की तो वहीं कुछ यूजर्स ने बताया कि 22 मार्च को अमावस्या नहीं थी। यहां देखें ट्वीट्स...
बात दें कि 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू की अपील की थी। साथ ही शाम 5 बजे सभी लोगों को अपने-अपने घरों के दरवाजे, बालकनी या खिड़कियों में आकर ताली बजाकर, थाली बजाकर, घंटी बजाकर, शंख बजाकर कोरोना के खिलाफ लड़ रहे डॉक्टर्स, नर्स, पुलिस व अन्य लोगों का आभार जताने की बात कही थी। इसी को लेकर बिग बी ने ट्वीट किया था।