- अर्जुन कपूर की फिल्म पानीपत को क्रिटिक्स की तारीफ मिल रही है।
- पानीपत की तुलना बाजीराव मस्तानी से की जा रही है।
- मराठाओं की वीरता पर अगले साल अजय देवगन की फिल्म तानाजी भी रिलीज हो रही है।
मुंबई. अर्जुन कपूर, कृति सेनन और संजय दत्त स्टारर फिल्म पानीपत रिलीज हो गई है। आशुतोष गोवारिकर ने फिल्म में मराठा योद्धाओं के शौर्य और वीरता को बखूबी दिखाया है। ये फिल्म 1761 में पानीपत के तीसरे युद्ध पर आधारित है, जो मराठा और अहमद शाह अब्दाली के बीच लड़ा गया था। बॉलीवुड में इससे पहले बाजीराव मस्तानी और अब अजय देवगन की अपकमिंग फिल्म तानाजी में भी इस शौर्य को दिखाया जाएगा।
साल 2015 में संजय लील भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी में मराठा साम्राज्य की भव्यता को बड़े पर्दे पर उतारा था। हालांकि, फिल्म पेशवा बाजीराव और मस्तानी की प्रेम कहानी पर आधारित थी। वहीं, पानीपत एक रियल वॉर ड्रामा है।
आशुतोष गोवारिकर ने फिल्म में मराठा साम्राज्य की भव्यता को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। फिल्म के वॉर सीन काफी अच्छे हैं। इसके अलावा पेशवा की राजधानी पुणे का शनिवार वाड़ा भी बेहद भव्य दिखाया है।
बाजीराव के मुकाबले सदाशिव कमजोर
बाजीराव के किरदार में रणवीर सिंह में जहां रणवीर सिंह काफी सहज थे। वहीं, उनके मुकाबले सदशिव भाऊ बने अर्जुन कपूर काफी कमजोर नजर आ रहे हैं। फिल्म के एक्शन सीन को छोड़ दें तो अर्जुन को अपनी एक्टिंग खासकर एक्सप्रेशन में काम करने की जरूरत है।
फिल्म कई जगह निराश भी करती है। खासकर फिल्म में राष्ट्रवाद को ग्लोरिफाई किया गया है। फिल्म के एक सीन में अर्जुन कपूर बार-बार हिंदुस्तान की बात करते हैं। अगर इतिहास पर नजर डालें तो उस वक्त एक हिंदुस्तान जैसी अवधारणा नहीं थी। रोहिल्ला, अवध के नवाब शुजा उद दोल्लाह ने अहमद शाह अब्दाली का साथ दिया था।
क्या तानाजी दोहरा पाएगी करिश्मा
बॉक्स ऑफिस में मराठी शौर्य को दर्शक हमेशा पसंद करते हैं। पानीपत को भी क्रिटिक्स का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। अब अगले महीने यानी जनवरी में अजय देवगन की फिल्म तानाजी रिलीज होने वाली है।
तानाजी 1670 में सिंहगढ़ की लड़ाई पर आधारित है। इस लड़ाई में छत्रपति महाराज शिवाजी के सेनापति तानाजी मालुसरे की वीरता को दिखाया जाएगा। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या तानाजी बाजीराव और पानीपत की भव्यता को दोहरा पाती है।