- कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
- हाल ही में कर्नाटक में दर्ज हुई थी कंगना पर एफआईआर
- मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने भी उनके खिलाफ FIR का आदेश दिया है।
बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कर्नाटक में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने भी उनके खिलाफ FIR का आदेश दिया है। कर्नाटक हाईकोर्ट के बाद बांद्रा कोर्ट ने उनके एक ट्वीट पर सांप्रदायिक तनाव की आशंका जताते हुए कार्रवाई की है। मुन्ना वराली और साहिल अशरफ सैयद नाम के याचिकाकर्ताओं ने अदालत में कंगना के ट्वीट को भड़काऊ बताते हुए याचिका डाली थी। जिस पर कोर्ट ने एफआईआर दर्ज का आदेश दिया है।
याचिका में आरोप लगाया गया था कि कंगना रनौत ने अपने ऑफिशियल अकाउंट से किए ट्वीट और अलग अलग टीवी चैनल्स को दिए इंटरव्यू में हिन्दू और मुस्लिम कलाकारों के बीच खाई पैदा करने की कोशिश की। ऐसे में कंगना पर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। कोर्ट के आदेश के बाद सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है।
इससे पहले 13 अक्टूबर को कनार्टक पुलिस ने कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कर्नाटक में तुमकुर के एक कोर्ट ने उनके खिलाफ क्यथसांद्रा पुलिस स्टेशन को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। कंगना रनौत पर कृषि बिल का विरोध कर रहे किसानों का अपमान करने का आरोप लगा था। रमेश नाइल एल नाम के शख्स ने कंगना रनौत के खिलाफ यह शिकायत दर्ज कराई गई थी।
बता दें कि कंगना रनौत बीते कुछ महीनों से विवादों में उलझी हैं। वह लगातार अलग अलग विषयों पर ट्वीट करती रहती हैं। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद उन्होंने नेपोटिज्म और बॉलीवुड में नशे के इस्तेमाल के खिलाफ आवाज उठाई तो वह कई लोगों के निशाने पर आ गईं। कई लोग उनके समर्थन में भी आए। इसी बीच उन्होंने मुंबई के महौल की तुलना पीओके से कर दी और वह उद्धव सरकार के भी निशाने पर आ गईं।