- सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच में अब बिहार पुलिस के एसपी विनय तिवारी की एंट्री हुई है।
- विनय तिवारी को बिहार पुलिस में सिंघम तक कहा जाता है।
- विनय तिवारी को साल 2019 में पटना सेंट्रल का नया सिटी एसपी बनाया गया था।
मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत से जुड़े मामले की जांच में जुटी बिहार पुलिस की टीम को अब अपने एक तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर का साथ मिलेगा। बिहार पुलिस में सिंघम का दर्जा रखने वाले भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी विनय तिवारी मुंबई पहुंच चुके हैं।
बिहार पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को आईएएनएस को बताया कि पटना नगर (मध्य) के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को मुंबई के लिए रवाना हो चुके थे। 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को साल 2019 में पटना सेंट्रल का नया सिटी एसपी बनाया गया था।
विनय इससे पहले गोपालगंज में सदर एसडीपीओ पद पर तैनात थे। गोपालगंज में विनय तिवारी की छवि सिंघम वाली थी। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले विनय तिवारी को अपने पिता का सपना सच करने के लिए प्रशासनिक सेवा में आए।
आईआईटी बीएचयू से ग्रेजुएट हैं विनय
विनय आईआईटी बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) से ग्रेजुएट हुए हैं। जब उन्होंने आईआईटी, बीएचयू से इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की थी तो नौकरी करना चाहते थे, लेकिन पिता ने उन्हें प्रेरित किया। आईआईटी की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें अच्छी नौकरी मिल रही थी लेकिन पिता ने यूपीएससी के लिए प्रेरित किया।
विनय अपने पिता का ख्वाब पूरा करने चाहते थे, इसलिए तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली में रहकर ही यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन पहले प्रयास में असफल रहे। पहले प्रयास में जब उनका चयन नहीं हुआ तो भी पिता ने उनका हिम्मत बांधी। विनय ने दोबारा परीक्षा दी और इस बार सफल रहे।
बिहार पुलिस को नहीं मिले दस्तावेज
बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने ANI से बातचीत में सुशांत सिंह मामले में चल रही जांच के बारे में कहा था कि- 'हमें अभी तक #SushantSinghRajputDeathCase से संबंधित मूल दस्तावेज नहीं मिले हैं।'
बिहार पुलिस के डीजीपी के मुताबिक- 'हमें अब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट विवरण, सीसीटीवी फुटेज या मुंबई पुलिस द्वारा जांच के दौरान एकत्रित की गई कोई जानकारी नहीं दी गई है। हर कोई इस केस में न्याय चाहता है।'