- डर नहीं लगता है तो देखें ये 5 हॉरर फिल्म
- हॉरर मूवीज पसंद करने वालों को आ जाएगा मजा
- डरावनी फिल्मों के लिए बदल जाएगी आपकी राय
Bollywood Horror Movies List: बॉलीवुड की दुनिया जादुई पिटारा है, यहां आपको हर तरह की फिल्में मिलती है। हॉरर फिल्मों का नाम सुनते ही, दर्शकों के दिमाग में हॉरर सीन और थ्रिलर से भरी, एक बेहतरीन स्टोरी चलने लगती है। वहीं, किसी को एक्शन मूवीज पसंद होती हैं तो किसी को रोमांटिक फिल्म्स वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें हॉरर मूवीज देखने का बेहद शौक होता है। कृष्णा कॉटेज, स्त्री, राज 3, विराना, आत्मा, राज यह हॉरर फिल्में देखने के बाद आप यह नहीं कह सकते की डर नहीं लगता।
शापित
शापित वर्ष 2010 में रिलीज हुई एक बॉलीवुड हॉरर ड्रामा है, जिसका निर्देशन विक्रम भट्ट ने किया है। वहीं फिल्म में नामजद कलाकार आदित्य नारायण, राहुल देव, श्वेता अग्रवाल, शुभ जोशी मुख्य भूमिका में नजर आए। फिल्म 'शापित' अमन और काया के इर्द-गिर्द घूमती है। अमन काया के सामने विवाह का प्रस्ताव रखता है लेकिन काया के परिवार पर एक अभिशाप होता है जिसके चलते शादी के बाद दोनों पर विपत्तियां आने लगती हैं। आदित्य नारायण ने फिल्म के चार गीतों में अपनी आवाज दी है।
फिल्म 1920
1920 उन हॉरर फिल्मों में से एक है जो फिल्म देखने के बाद असल जिंदगी में आपको अपने आस पास किसी की मौजूदगी का एहसास होने लगेगा। दरअसल 2008 में रिलीज इस फिल्म में लीड रोल में रजनीश दुग्गल और अदा शर्मा नजर आए थे। आज भी लोग इस फिल्म को अकेले में देखने से डरते हैं। यह हॉरर फिल्म लोगों को बेहद पसंद आई और अब 2012 में इसका सीक्वल 1920 Evil Returs, 2016 में 1920 लंदन और 2018 में 1921 रिलीज हो चुका है। जो सभी लोगों को खूब पसंद आई हैं।
वास्तुशास्त्र
वास्तु शास्त्र, राम गोपाल वर्मा द्वारा निर्मित और सौरभ नारंग द्वारा निर्देशित 2004 में आई हॉरर फिल्म थी। इसमें पी राय चौधरी, सुष्मिता सेन और जे चक्रवर्ती मुख्य भूमिका में थे। यह ऐसी डरावनी फिल्म रही जिसे कोई अकेला नहीं देख सकता।
इनके अलावा वीराना और 1920 इविल रिटर्न्स भी बेहद डरावनी है। फिल्म वीराना में खूबसूरत भूतनी जैस्मिन ने पर्दे पर लोगों को डराने में कामयाब रहीं। उस जमाने में यह फिल्म खौफ का दूसरा नाम बन गई थी। फिल्म आज भी बॉलीवुड की चर्चित हॉरर फिल्मों में गिनी जाती है। वहीं 1920 फिल्म की कहानी जयदेव वर्मा के इर्द गिर्द घूमती है जो एक मशहूर कवि है। जयदेव अपनी बहन करुणा के साथ रहता है। एक दिन उसे एक झील के किनारे अज्ञात परिस्थितियों में स्मृती मिलती है। जयदेव उसे घर ले आता है और जब उसे पता चलता है कि स्मृती अपनी याद्दाश्त खो चुकी है तो वो उसका इलाज कराने के लिए शिमला के बड़े अस्पताल में ले जाने का फैसला करता है। रास्ते में वो एक गेस्ट हाउस में रुकते हैं और फिर वहां शुरु होती है रहस्यमयी वारदातें।