- टीसीरिज के फाउंडर गुलशन कुमार का आज 64वां बर्थडे हैं।
- गुलशन कुमार हत्याकांड आज भी बॉलीवुड का सबसे भयानक हत्याकांड माना जाता है।
- साल 1997 में गुलशन कुमार के शरीर में 16 गोलियां दागकर उनकी हत्या कर दी थी।
मुंबई. कैसेट किंग और टीसीरिज के फाउंडर गुलशन कुमार का आज 64वां बर्थडे हैं। पंजाबी परिवार अरोड़ा के घर में जन्में गुलशन कुमार का पूरा नाम गुलशन कुमार दुआ था। गुलशन कुमार के पिता दिल्ली के दरियागंज में फलों का जूस बेचते थे।
12 अगस्त साल 1997 में गुलशन कुमार की अंधेरी स्थित जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर 16 गोली दागकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोपी अंडरवर्ल्ड डॉन अबु सलेम है। उस दिन गुलशन कुमार रोजाना की तरह सुबह अपने नौकर के साथ अपने घर से निकलकर मंदिर की तरफ निकल गए थे।
गुलशन कुमार अपने घर से मारुती 1000 में मंदिर की तरफ निकले थे। गुलशन कुमार का पर्सनल बॉडी गार्ड तबियत खराब होने के कारण छुट्टी पर था। वहीं, शूटर मंदिर के पास बस्ती में उनका इंतजार कर रहे थे। गुलशन कुमार सुबह 10 बजे मंदिर पहुंचे और 10.40 मिनट तक पूजा की थी।
मुंह के सामने बंद कर दिया दरवाजे
साल 1997 में इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गुलशन कुमार ने हत्यारों को गोली तानते हुए देखा तो कहा कि ये क्या कर रहे हो। इस पर शूटर ने कहा-'बहुत कर ली पूजा, अब ऊपर जाकर करना।' शूटर ने ये कहने के बाद 9 एमएम की पिस्टल से गुलशन कुमार के सीधे सिर पर गोली मार दी थी।
पहली गोली लगने के बाद वह छिपने के लिए जगह ढूंढ रहे थे। इसके बाद दूसरे हत्यारों ने 38 एमएम की पिस्टल से 17 और गोलयां उनके शरीर में दाग दी। गुलशन कुमार दर्द से करहाते हुए एक झुग्गी झोपड़ी के पास गए, लेकिन महिला ने उनके मुंह के सामने दरवाजा बंद कर दिया।
बाथरूम के सामने तोड़ा दम
रिपोर्ट के मुताबिक गुलशन कुमार रेंगते हुए झुग्गी में मौजूद बाथरूम की तरफ गए। इस दौरान उनका दम निकल रहा था। कुमार एक दीवार से टकराए और उनका दम निकल गया। इसमें मां अंबा की फोटो लगी हुई थी। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिशनर राकेश मारिया ने अपनी किताब Let Me Say it Now में कई खुलासे किए हैं।
राकेश मारिया ने लिखा कि- 'उन्हें पहले ही खबरी से गुलशन कुमार हत्याकांड की सूचना मिल गई थी। उन्हें एक खबरी ने 22 अप्रैल, 1997 को ही फोन पर इसकी जानकारी देते हुए कहा था, 'गुलशन कुमार का विकेट गिरने वाला है।'