जब भी बॉलीवुड में पुरानी अभिनेत्रियों की बात होगी तो बबीता के जिक्र के बिना ये अधूरी ही रहेगी। जी ये वही बबीता हैं जो अब करिश्मा और करीना कपूर की मम्मी के नाम से जानी जाती हैं। और आने वाली जेनरेशन शायद उनको तैमूर की नानी के नाम से ज्यादा जाने। 60 के दशक में बबीता का बॉलीवुड में बड़ा जलवा था। उनके खाते कई बड़े सितारों के साथ हिट फिल्में हैं तो उस सुनहरे दौर के गई खूबसूरत नगमे उन पर फिल्माए गए हैं। इनमें आओ हुजूर, कजरा मोहब्बत वाला, बेखुदी में सनम, तुमसे अच्छा कौन है, हम जब होंगे साठ साल के, जनम जनम का साथ, भंवरे की गुंजन आदि शामिल हैं।
बबीता के पिता हरि शिवदसानी फिल्मों में करैक्टर आर्टिस्ट थे और उन्होंने ही अपनी बेटी के लिए बॉलीवुड की राह खोली थी। 20 अप्रैल 1947 को जन्मीं बबीता ने 1966 में संजय खान के साथ दस लाख से करियर की शुरुआत की थी और पहली फिल्म से सक्सेस एंजॉय की थी। वैसे उन्होंने जो पहली फिल्म साइन की थी, वह राजेश खन्ना के साथ राज थी। 1969 में राजेश खन्ना के साथ डोली फिल्म से बबीता ने स्टारडम का स्वाद चखना शुरू कर दिया था।
बबीता और जितेंद्र की जोड़ी को भी पर्दे पर खूब पसंद किया गया था। दोनों ने औलाद, अनमोल मोती, बनफूल और एक हसीना दो दीवाने में काम किया था। अनमोल मोती को देश की पहली अंडरवॉटर फिल्म कहा गया था। इस फिल्म में बबीता को स्विमिंग सीन देने थे। लेकिन वह तैराकी जानती नहीं थी। इसलिए उनके लिए स्विमिंग पूल में एक टैंक रख दिया जाता था और वह उसमें खड़ी होकर सीन शूट करती थीं। यहां देखें अनमोल मोती का ऐ जाने चमन तेरा गोरा बदन गाना जिसे महेंद्र कपूर ने आवाज दी थी -